
बलिया: गंगा की लहरों से घिरे बाढ़ पीड़ितों को सरकार द्वारा उपेक्षा देख पूर्व मंत्री नारद राय दूसरे दिन वजीरापुर, मोहम्मदपुर, जनाड़ी, पांडेपुर, भीमपटी, बसरीकापुर, ओझावालिया, दूबहड, हरिहरपुर, हास नगर, हल्दी सहित दर्जनों गांवों में बाढ़ पीड़ितों से मिल उनका दर्द जाना. बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री बांटी .
पीड़ितों ने जिला प्रशासन पर सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाया. नारद राय ने कहा कि भाजपा सरकार के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और जिला प्रशासन की नजर में केवल दोआबा के बैरिया में बाढ़ आई हुई है.
उन्होंने कहा कि सच तो यह है कि बलिया के कोटवा नारायणपुर से सिताबदियारा तक के लाखों लोग बाढ़ से प्रभावित हैं. पूर्व मंत्री नारद राय ने पाया कि नगर विधानसभा क्षेत्र के गंगा नदी के पानी एवं कटान से प्रभावित गांवों के लोगों में जिला प्रशासन ने राहत सामग्री नहीं दी गयी.
राय ने कहा कि उनके पशु भूखे हैं. उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन को उनकी भी खबर लेनी चाहिए और तत्काल राहत सामग्री पहुंचाना चाहिए. पूर्व मंत्री ने प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन से जनाड़ी निवासी त्रिपुरारी पांडे और कटहल नाला में डूबकर मरने वाले गुड्डू रंगीला और अरुण कुमार के परिवारों को दस-दस लाख रुपये तत्काल मुआवजा देने की मांग की है.
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इस अवसर पर राजकुमार पांडे, अजीत सिंह यादव, सुशील पांडे, शिवजी यादव, चंदन गुप्ता, दया चौधरी, बिकाऊ गोड, सतेन्द्र, सुभाष यादव, मदन वर्मा, बृजेश पाठक, कृष्णा राय, राजेंद्र यादव, बलराम यादव, हरेराम यादव, लल्लन राय, गुलाब राय, आनंद यादव, रामधारी यादव आदि मौजूद थे.