मझौवा (बलिया) से सुमित सिहं धूनी
बैरिया तहसील क्षेत्र के दुबेछपरा, गोपालपुर में चल रहे कटानरोधी कार्य में बारिश रोड़ा बनी हुई है. उधर, गंगा के जल स्तर में धीरे-धीरे बढ़ाव का क्रम शुरू हो जाने के कारण विभाग के हाथ पांव फूलने शुरू हो गए हैं. गंगा की लहरों से इस गांव को बचाने के लिए बना स्पर व जीअो विधि से बना प्लेटफॉर्म कितना सफल होगा या कितना झेल पायेगा यह बाढ़ के तेवर पर डिपेंड है.
अभी की स्थिति यह है कि लगातार बारिश होने के कारण जिओ बैग पर डाली गयी बालू मिट्टी पूरी तरह बह निकली है. जिस पर बोल्डर डालना था. अब ना ट्रैक्टर से मिट्टी कार्य स्थल पर पहुंच पा रही है और ना ही बोल्डर लेकर ट्रक पहुंच पा रहा है. स्थिति यह है कि काम पूरी तरह ठप पड़ गया है. बढते गंगा के जल स्तर को देख इलाकई लोगों के चहरो पर अनहोनी की आशंका से हवाइयां उड रही है. बाढ़ नियंत्रण विभाग और ठेकेदार उहापोह की स्थिति में फंस गए है.
कटानरोधी कार्य जून महीने से शुरू हुआ था. उस समय एक दो ट्रक बोल्डर आते थे. लेकिन इन दो दिनों में ट्रक से बोल्डर आने की बाढ़ सी लग जाने से पूरा पीएन इंटर कॉलेज फिल्ड से लेकर शिलान्यास हुए स्थल के साथ ही रास्ते भी पट गये है. जिससे आम जनता को पैदल आने जाने में दिकते हो रही है. अति संवेदनशील हुकुम छपरा गंगापुर में एनुलवाल फंड निधि से चल रहे जिओ बैग प्लेटफार्म बनने के कार्य भी बारिश की वजह शिथिल पड़ गया है.
ज्ञात रहे कि दुबेछपरा में 29 करोड़ की लागत से कटानरोधी कार्य अंतर्गत 750 मीटर लंबा जिओ विधि से प्लेटफार्म के साथ लांचिंग, पिचिंग, एप्रन, 200 मीटर लांचिंग एप्रन व एक स्पर बाढ आने से पहले ही तैयार करना है. लोगो की मानें तो अभी तक कटानरोधी कार्य 49 फीसदी भी पूरा नहीं हुआ है. वहीं बाढ़ विभाग के अवर अभियंता 70 से 80 फीसदी काम होने का दावा कर रहे है.