आजम खां को परेशान करना अपनी नाकामियों से जनता का ध्यान हटाने का कुचक्र
भाजपा ने सरकारी मिशनरियों को बनाया अपना हथियार, हालात अघोषित आपातकाल जैसे
नैतिकता होती तो उन्नाव कांड में CM दे देते इस्तीफा, मगर चुप
बलिया। समाजवादी पार्टी के क़द्दावर नेता व नेता प्रतिपक्ष रामगोविन्द चौधरी ने सपा सांसद मु. आज़म खां को झूठे मामलों में परेशान करने का आरोप भाजपा सरकार पर लगाया है. कहा कि सरकार अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए आज़म खां के मुद्दे को हाईलाइट कर रही है.
नेता प्रतिपक्ष गुरुवार को शहर स्थित अपने आवास पर प्रेस प्रतिनिधियों से वार्ता कर रहे थे. इस दौरान वे योगी सरकार पर लगातार हमलावर रहे. प्रदेश सरकार पर निशान साधते हुए कहा कि लगभग ढाई वर्ष में प्रदेश के किसी भी इलाक़े में विकास की एक ईंट नहीं रखी गई है. जबकि मुख्यमंत्री झूठे विज्ञापन छपवा रहे हैं.
हाल ही में सपा सांसद आजम खां के विरुद्ध हुई कार्रवाईयों को लेकर नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि रामपुर का जौहर विश्वविद्यालय स्वतंत्रता संग्राम के महान सेनानी जौहर अली के नाम पर बना है. जिसे आज़म खां ने अथक परिश्रम से खड़ा किया है. वहां हज़ारों असहाय और ग़रीब बच्चे शिक्षा ग्रहण करते हैं. आरोप लगाया कि उस शैक्षिक संस्था को आरएसएस और भाजपा के इशारे पर बदनाम किया जा रहा है. वैसे भी भाजपा के लोग शैक्षिक संस्थाओं को बदनाम करने का कार्य शुरू से ही करते हैं. इसी प्रकार जेएनयू को भी कुछ दिन पहले बदनाम किया गया.
एक सवाल के जवाब में श्री चौधरी ने कहा कि यह भाजपा डराओ धमकाओ और राज करो का एजेंडा है. इस पार्टी और वर्तमान सरकार का लोकतंत्र में विश्वास नहीं है. लोकतंत्र में विपक्ष को डराने धमकाने की परम्परा नहीं रही है. बल्कि विपक्ष की भी बात सुनने की परम्परा और नियम है. लेकिन आज जो व्यक्ति सही बात उठा रहा है और जो वर्तमान सत्तासीन लोगों के मन के योग्य नहीं है, तो उस व्यक्ति को सरकारी मशीनरियों से परेशान कराया जा रहा है. जनहित के कार्य इनके एजेंडे में नहीं है. क्योंकि ये जनता के बल पर नहीं ईवीएम माता के आशीर्वाद से सत्ता पर काबिज हैं. उन्होंने कहा कि अभी हाल ही में बलिया में भयानक प्राकृतिक आपदा आई थी. मैंने विधानसभा में भी इस बात को उठाया था. लेकिन अफ़सोस कि उस आपदा से हुए नुक़सान का कोई मुआवज़ा सरकार द्वारा किसानों को तथा जिन ग़रीबों के मकान आदि ढह गए उन्हें नहीं दिया गया.
सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि उन्नाव बलात्कार काण्ड में सरकार आरोपी विधायक को बचाने का हर हथकंडा अपना रही है. पीड़ित व उस केस के गवाहों के उच्चाधिकारियों से बार-बार आग्रह के बाद भी सुरक्षा न होना इस बात का प्रमाण है. अगर प्रदेश के मुख्यमंत्री में थोड़ी भी नैतिकता होती तो उम्भा कांड और उन्नाव काण्ड के बाद अपने पद से तुरंत स्तीफ़ा दे देते. प्रदेश में क़ानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं रह गई है. इनकाउंटर के नाम पर निर्दोष लोगों को पुलिस मार रही है. प्रदेश में अपराधियों के हौसले बुलन्द हैं और आम आदमी सहमा हुआ है. समाजवादी पार्टी इस आलोकतंत्रिक, दिशाहीन और फ़ासिस्टवादी सरकार के ख़िलाफ़ सदन से सड़क तक लड़ेगी. वार्ता के दौरान सपा के जिला प्रवक्ता सुशील पाण्डेय “कान्हजी”, बांसडीह विधान सभा अध्यक्ष हरेन्द्र सिंह, बेरुआरबरी ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि अशोक यादव आदि उपस्थित रहे.