


सहतवार, बलिया. केंद्र सरकार के किसान व मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा पुतला दहन करने की घोषणा पर सहतवार पुलिस ने क्षेत्र के किसान नेताओं को गुरुवार की शाम से ही उनके घरों में नजरबन्द कर दिया है, जो शनिवार को भी जारी है. जिन किसान नेताओं को नज़रबंद किया गया है, उनमें उप्र किसान सभा के जिला अध्यक्ष लक्ष्मण पाण्डेय को उनके निवास स्थान नैना में, बलबीर नैना में रामाशंकर वर्मा, महाराजपुर में बंशीधर पासवान, सिकरी में रामराज पासवान, रामनिधि प्रजापति, त्रिकालपुर में ओमप्रकाश उर्फ मुन्नु कुंवर को पुलिस ने उनके आवास पर नजर बन्द रखा. लक्ष्मण पाण्डेय ने कहा कि किसान मजदूर शोषित गरीब असहा किसानों को सरकार परेशान कर रही है. इस अनैतिक कार्यवाही की भर्त्सना की है. किसान नेताओं ने कहा कि सरकार चाहे कुछ भी कर ले, किसानों की आवाज को दबा नहीं पाएग. किसान आखिरी दम तक लड़ने को तैयार है.
(बलिया से कृष्णकांत पाठक की रिपोर्ट)


रेवती. कृषि बिल तथा महंगाई के विरोध में किसानों तथा सीपीआई आदि संगठनों के स्थानीय नेताओं को लगातार दूसरे दिन यानि शनिवार को पुलिस द्वारा हाउस अरेस्ट कर लिया गया. इसे पूर्व शुक्रवार के दिन भी पुलिस ने उक्त नेताओं को हाउस अरेस्ट किया था. हालांकि शुक्रवार की शाम को पुलिस ने उक्त नेताओं को रिहा कर दिया था. पुलिस की पैनी नजर तथा नेताओं की हाउस अरेस्ट गई के बावजूद कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार के दिन सिंगही तथा महाराजपुर में केंद्र एवं प्रदेश सरकार का पुतला दहन किया.
उक्त की जानकारी देते हुए ओम प्रकाश उर्फ मुन्नू कुंवर ने बताया कि किसान नेता लक्ष्मण पाण्डेय तथा मेरे सहित रामराज वर्मा, रामनिधि प्रजापति,रमाशंकर वर्मा के घर पुलिस ने पहुंच कर लगातार दूसरे दिन उनके घर से बाहर निकलने पर रोक लगा दिया है. कहा कि किसानों पर सरकार लाख बन्दिशें लगा दे लेकिन धरती का सीना चीर अन्न उपजाने वाले किसानों की जायज मांगों को सरकार को मानना ही पड़ेगा. बताया कि लक्ष्मण पाण्डेय के नेतृत्व में सहतवार तथा मुन्नू कुंवर के नेतृत्व में रेवती में उक्त पुतला को दहन किये जाने का कार्यक्रम पहले से तय था. दोनों नेताओं को पुलिस द्वारा हाउस अरेस्ट किये जाने के बाद सहतवार तथा रेवती में आयोजित उक्त कार्यक्रम सम्पन्न नहीं हो सका. किसान नेता लक्ष्मण पाण्डेय ने बताया कि शुक्रवार के दिन उनके आवास पर पहुंचे एसएचओ विरेन्द्र यादव ने राष्ट्रपति को सम्बोधित सात सूत्रीय मांग सम्बन्धित पत्रक लिया. कहा कि सरकार का दमनात्मक रवैया आपातकाल की तरह है लेकिन हम अपने हक-हकूक के लिए पीछे नहीं हटने वाले हैं.
(रेवती से संवाददाता पुष्पेन्द्र तिवारी’सिंधू’ की रिपोर्ट)