

बांसडीह/मनियर. सन 2002 से 2006 के बीच संपूर्ण ग्रामीण रोजगार योजना के तहत खाद्यान्न वितरण में करोड़ों रुपए के घोटाले के मामले में आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्लू) वाराणसी की टीम ने मनियर थाना क्षेत्र अंतर्गत तत्कालीन ब्लॉक प्रमुख मनियर प्रभुनाथ पटेल, मानिकपुर के कोटेदार ऋषिदेव सिंह व तत्कालीन सेक्रेटरी निवासी निपनिया तुलसीराम को मनियर पुलिस के सहयोग से शुक्रवार को हिरासत में ले लिया।
जैसे ही इन आरोपियों की गिरफ्तारी हुई मनियर थाना क्षेत्र में हड़कंप मच गया। इन आरोपियों के परिजन मनियर थाने पर पहुंच गए लेकिन ईओडब्लू की टीम पर इसका कोई असर नहीं पड़ा। पूछे जाने पर इस संदर्भ में ईओडब्लू के इंस्पेक्टर कृष्ण मुरारी मिश्रा ने सिर्फ इतना ही कहा कि खाद्यान्न घोटाले का मामला है । थाना अध्यक्ष मनियर शैलेश सिंह ने कहा कि तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पंच देव तिवारी निवासी रामपुर पूरब तत्कालीन सेक्रेटरी की मृत्यु हो चुकी है। इसके अलावा प्रभुनाथ पटेल ,ऋषि देव सिंह, तुलसीराम की गिरफ्तारी हुई है।
बताते चलें कि इस खाद्यान्न घोटाले में आईएएस अधिकारी सहित डीएसओ, तहसीलदार ,सीडीओ, पीडी , वीडियो, कोटेदार आदि सहित 6055 लोगों पर गबन का मुकदमा दर्ज हुआ था। इसमें बलिया जनपद के 17 ब्लॉकों के कोटेदार , अधिकारी व कर्मचारी आरोपित हुए थे। कुछ दिन पूर्व विधानसभा की आश्वासन समिति की बैठक में बलिया और जौनपुर में हुए घोटाले की जांच और उस में हुई कार्रवाई की समीक्षा हुई थी। इसके बाद ईओडब्ल्यू की टीम सक्रिय हुई और आरोपियों की धरपकड़ में जुट गई।

(मनियर से रविशंकर पांडेय की रिपोर्ट)