जीजीआईसी में संगठनों की बैठक में बनी रणनीति
अलग-अलग संगठनों को बांटी जिम्मेदारी
बलिया। कर्मचारी-शिक्षक-अधिकारी पुरानी पेंशन बहाली मंच की बैठक शुक्रवार को राजकीय बालिका इंटर कालेज में हुई. इसमें पुरानी पेंशन के शुरू हुए सिलसिलेवार आंदोलन की रणनीति पर व्यापक चर्चा हुई. वक्ताओं ने नई पेंशन स्कीम का विरोध किया और पुरानी पेंशन की बहाली को लेकर आवाज बुलंद करने के लिए 9 अगस्त को जिला मुख्यालय पर आयोजित होने वाले धरना-प्रदर्शन को सफल बनाने का आह्वान किया.
बैठक में कर्मचारी-शिक्षक-अधिकारी पुरानी पेंशन बहाली मंच की जिला संयोजक सत्या सिंह ने कहा कि हमारी सिर्फ एक मांग है. पेंशन की बहाली हो. आह्वान किया कि जब तक यह मांग पूरी नहीं हो जाती, तब तक संघर्ष जारी रहेगा. इसके लिए सभी कर्मचारी-शिक्षक-अधिकारी एकजुट रहें. उन्होंने नौ अगस्त के बाद जिला, मंडल, प्रदेश व राष्ट्रव्यापी आंदोलनों के बारे में विस्तार से चर्चा की. कहा कि नौ अगस्त के बाद यदि सरकार ने हमारी मांगें नहीं मानी गई तो आंदोलन तेज होगा. कहा कि पुरानी पेंशन सेवानिवृत्ति के बाद कर्मचारियों का सहारा होती है. इसे हर हाल में दुबारा हासिल किया जाएगा.
बैठक में पुरानी पेंशन के लिए एक मंच पर आए संगठनों को जिम्मेदारी बांटी गई. तय किया गया कि सभी लोग नौ अगस्त को रामलीला मैदान से जुलूस की शक्ल में शहर होते हुए जिलाधिकारी कार्यालय पर पहुंचेंगे. जहां विशाल धरना-प्रदर्शन के माध्यम से सरकार तक अपनी बात पहुंचाई जाएगी. इसमें अधिक से अधिक कर्मचारियों, शिक्षकों व अधिकारियों की भागीदारी की अपील की गई.
इसमें प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष अवधेश सिंह, उप्र सीनियर बेसिक शिक्षक संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष सुशील कुमार पांडेय ‘कान्ह जी’, जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालयीय महाविद्यालय शिक्षक एसोशिएशन के अध्यक्ष बृजेश सिंह, महामंत्री अवनीश चंद्र पांडेय, सिंचाई महासंघ के अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह, रमेशचंद्र, बृजमोहन सिंह, मुक्तिनाथ सिंह, सत्या सिंह, रमाशंकर शर्मा, मुहम्मद रफीक अंसारी, धीरज राय, अजय सिंह, सुशील त्रिपाठी नारायण जी यादव, अजय मिश्र, विजय सिंह, राधेश्याम पांडेय, अजय सिंह, सुशील चौबे, अशोक पांडेय, सुखदेव पांडेय, छट्ठू यादव, अजीत कुमार, अरुण कुमार, लालबाबू यादव आदि थे. संचालन राज्य संयुक्त कर्मचारी परिषद के मंत्री वेदप्रकाश पांडेय ने किया.