निर्वाचक नामावली संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्य का अधिकारियों ने किया निरीक्षण

डीएम के निर्देश पर रविवार को भी 77 अधिकारियों ने की जांच, कई मिले गायब

बलिया। जिलाधिकारी भवानी सिंह खंगारौत के निर्देश पर विधानसभा निर्वाचक नामावली से जुड़े कार्यों की जांच को लगाए गए 77 अधिकारियों ने रविवार को भी क्षेत्र में भ्रमण किया. सभी विधानसभा के अधिकांश बूथों तक अधिकारी पहुंचे. निर्वाचक नामावली में नाम जोड़वाने, कटवाने या किसी प्रकार का संशोधन कराने के लिए प्राप्त होने वाले फार्म की स्थिति को देखा गया. हालांकि कई जगह बीएलओ, पदाभिहित अधिकारी व सुपरवाइजर गैरहाजिर भी मिले. इन अनुपस्थित कर्मियों पर ठोस कार्रवाई भी हो सकती है. अधिकारियों ने शनिवार को भी व्यापक भ्रमण किया था और निर्वाचक नामावली से जुड़े कार्यों का निरीक्षण किया था.

सिटी मजिस्टेट के निरीक्षण में 5 मिले गैरहाजिर

सिटी मजिस्ट्रेट डॉ विश्राम ने शनिवार की तरह रविवार को भी दर्जन भर मतदेय स्थलों का निरीक्षण किया, जिसमें पांच कर्मी ड्यूटी से गायब मिले. पॉलिटेक्निक स्कूल के पास स्कूल पर बीएलओ तुलसी उपाध्याय नहीं थे. जबकि पदाभिहित अधिकारी के रूप में लगाए गए प्रावि हरपुर के प्रधानाध्यापक रविशंकर प्रसाद, जूहा स्कूल हरपुर पर राजेश गुप्ता, तीखमपुर पर जितेंद्र सिंह व पॉलिटेक्निक स्कूल पर सहायक अध्यापक रेणुका पांडेय अनुपस्थित थी. इन पर कार्रवाई के लिए जिलाधिकारी को रिपोर्ट सौंप दी गयी है. सिटी मजिस्ट्रेट ने बताया कि निर्वाचन से जुड़े कार्य में लापरवाही अत्यंत आपत्तिजनक है. इस तरह लापरवाही बरतने वाले कर्मियों पर ठोस कार्रवाई हो सकती है.

लापरवाह लेखपाल को किया गया निलम्बित

निर्वाचक नामावली से जुड़े कार्य में लापरवाही बरतना सदर तहसील के लेखपाल मंजीत कुमार वर्मा को महंगा पड़ गया. शनिवार को ड्यूटी से गायब रहने व उनके क्षेत्र में बेहद खराब कार्य मिलने पर निलम्बित कर दिया गया है. शनिवार को सिटी मजिस्ट्रेट के निरीक्षण में लेखपाल वर्मा गायब मिले थे. हद तो तब हो गयी थी जब सिटी मजिस्ट्रेट के फोन करने के बाद गलत लोकेशन बता रहे थे और वहां जाने पर वे गायब मिलते रहे. उनके सुपरवीजन में आने वाले 20 बूथों में 15 बूथ पर फार्म की स्थिति शून्य थी. इसको गंभीरता से लेते हुए लेखपाल को निलम्बित कर दिया गया.

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