दुबहर, बलिया. स्थानीय विद्युत उपकेंद्र से संचालित अघोषित, मिनट-मिनट पर कटने वाली, लो वोल्टेज एवं बहुत कम समय प्राप्त होने वाली बिजली से स्थानीय उपभोक्ताओं में शासनिक-प्रशासनिक जिम्मेदारों के प्रति काफी रोष एवं आक्रोश व्याप्त है. इस भीषण गर्मी में दिन और रात मिलाकर 10 से 12 घंटे अघोषित बिजली कटौती करने के कारण क्षेत्रीय उपभोक्ताओं को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
इस भीषण गर्मी में रात को भी अघोषित बिजली कटौती करने के कारण लोग विशेषकर बच्चे एवं वृद्ध बेहद परेशान हो जा रहे हैं. गर्मी से राहत पाने के लिए रात को लोग घरों से बाहर निकलकर समय बिता रहे हैं.
बताया गया कि क्षेत्र के विभिन्न गांवों में लगे पुराने रिपेयर्ड ट्रांसफार्मर के बार-बार फूंक जाने, कनेक्शन संख्या के क्षमता में वृद्धि होने के अपेक्षा नए ट्रांसफार्मर या अधिक क्षमता का ट्रांसफार्मर नहीं लगाने, क्षेत्र के गांवों में जर्जर तारों की वजह से समस्या और बढ़ रही है। इसके अलावा रोस्टर के अनुसार बिजली नहीं देने, मनमाने तरीके से अघोषित बिजली कटौती करने की अधिकारियों एवं स्थानीय संविदा कर्मचारियों के मनमानी से भी बिजली संकट गहराया है.
क्षेत्रीय उपभोक्ता इस समस्या से निजात पाने के लिए बार-बार विभागीय अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों का ध्यान आकृष्ट कराते हैं लेकिन लापरवाही के चलते समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है. क्षेत्रीय उपभोक्ता केडी सिंह, गोविंद पाठक, उमाशंकर पाठक, नागेश्वर सिंह, नितेश पाठक, सुनील सिंह सुनील पाठक, अक्षयवर पांडेय, संदीप पाठक, मनोज पाठक आदि ने शासनिक-प्रशासनिक अधिकारियों का ध्यान आकृष्ट कराते हुए कहा कि यदि अविलंब विद्युत आपूर्ति में सुधार नहीं किया गया तो हम सभी आंदोलन के लिए बाध्य होंगे, जिसकी सारी जिम्मेदारी संबंधित जिम्मेदारों की होगी.
(दुबहर से कृष्णकांत पाठक की रिपोर्ट)