रात में दुबेछपरा बंधा पर होने लगा कटान, अफरा-तफरी, पहुंचे DM

अभी भी टला नहीं है खतरा

बैरिया(बलिया)। तहसील अंतर्गत दुबेछपरा बंधा पर गंगा का कटान का खतरा बढ़ गया है. गुरुवार की रात 10:00 बजे के लगभग उदईछपरा गांव के सामने गंगा के बढ़े बाढ़ के पानी से बंधा क्षतिग्रस्त होने लगा. बंधा टूटने की आशंका से गोपालपुर, उदईछपरा व दुबेछपरा के ग्रामीणों में अफरा तफरी मच गई. रात में ही सिंचाई व बाढ़ विभाग के इंजीनियर, जेई, ठेकेदार, एसडीएम व एसएचओ बैरिया मौके पर पहुंच गए. रात में ही बंधा के बचाव की कवायद शुरू हो गई. 4:00 बजे भोर तक लगातार बंधा सुरक्षित करने का काम चला. तब बंधा पर का कटान रुका.

दूसरे दिन शुक्रवार को जिलाधिकारी बलिया भवानी सिंह खंगारोत व विधायक सुरेंद्र सिंह भी मौके पर पहुंचे और वहां के हालात का जायजा लिए. जिलाधिकारी ने बाढ व सिंचाई विभाग के इंजीनियरों तथा ठेकेदारों का निर्देश दिया कि किसी भी तरह से बंधा को सुरक्षित रखा जाए. इसके लिए जो भी करना है करें. बंधे के बचाव के लिए कैरेट व लोहे की जालियों में कंकड़ व मिटटी भरी बोरिया डालकर बंधा सुरक्षित रखने की कवायद जारी है.

ग्रामीणों ने जिलाधिकारी के सामने आरोप लगाया कि करोड़ों की लागत से बने इस बंधा को बनाते समय मानक का ध्यान में नहीं रखा गया. बोरियों में मिट्टी के बजाय बालू भर का ऊपर से पत्थर की चिपका दी गई है. बंधा के धन की बंदरबांट हुई है. वर्ष 2017 के में भी बंधन छतिग्रस्त हुआ था. इस बार भी खतरे के बादल मडरा रहे हैं.


उधर बैरिया विधानसभा क्षेत्र के रामगढ़ बाजार के दक्षिण बसे लाला के बगीचा व सुनार टोला के अवशेष घरों के कटान के भेंट चढ़ने का खतरा बढ़ गया है. गंगा का कटान यहां तीव्र गति से हो रहा है. पहले यह दोनों गांव भरा पूरा था. एनएच-31 व गंगा नदी के बीच बसा यह गांव कटान के भेंट चढ़ गया. अब आधा दर्जन के लगभग ही घर ही यहां बचे हैं. खतरा को देखते हुए लोग घर के सामान को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिए हैं. यहां पर बचाव का कोई कार्य नहीं हो रहा है. हालात यही रहे तो रामगढ़ बाजार के दक्षिण पटरी के मकान वह एनएच-31 पर खतरा बढ़ सकता है.

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