खानपुर में अंतिम दर्शन के लिए बाट जोहती रही नम आंखें

रेवती (बलिया) से पुष्पेंद्र तिवारी ‘सिंधु’

“तुम न जानें किस जहां में खो गये ” बीते पांच दशकों से बांसडीह विधान सभा के राजनीति के धुरी रहे पूर्व मन्त्री व वरिष्ठ कांग्रेसी नेता बच्चा पाठक का शव पैतृक गाँव खानपुर (डुमरिया) पहुंचते ही उनके अन्तिम दर्शन के लिए लोगों का सैलाब उमड़ पड़ा. सभी लोग अपने प्रिय नेता की एक झलक पाने के लिए आतुर थे. अंतिम दर्शन के लिए रखे गए शव पर सभी लोग पुष्प अर्पित किए. अन्तिम दर्शन करने वाले सभी की आंखें नम थी. बच्चा पाठक के लोकप्रियता का अन्दाजा इसी से लगाया जा सकता है कि रविवार के शाम को उनकी निधन की खबर मिलते ही सभी जाति धर्म के लोगों में उदासी का माहौल छा गया. सभी लोग एक दूसरों से मिलकर उनके बारे मे अपनी अपनी प्रतिक्रियाए व्यक्त कर रहे थे. सभी लोग उनके अन्तिम दर्शन के लिए रात से ही इन्तजार कर रहे थे कि कब उनके नेता आएंगे और उनका दर्शन होगा. सोमवार की सुबह से सहतवार बाजार लगभग बन्द रहा. वहीं विद्यालय के प्रबन्धकों ने दो मिनट का मौन रख दिवंगत की आत्मिक शान्ति के लिए प्रार्थना कर छुट्टी कर दी.  सुबह से ही मन्त्री जी की अन्तिम दर्शन के लिए नेता प्रतिपक्ष राम गोविन्द चौधरी, पूर्व विधायक शिवशंकरचौहान, केतकी सिंह, नीरज सिंह गुड्डू, सीबी मिश्रा, उमा शंकर पाठक, दीन बन्धु शर्मा, लाल बचन यादव, अरबिन्द गाँधी, कनक पाण्डेय, रामेश्वर नाथ तिवारी आदि विभिन्न पार्टियों के नेताओं का जमघट लगा रहा.

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