हमारे द्वारा कहे शब्दों का प्रभाव प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष रूप से दूसरे लोगों पर तो पड़ता ही है, साथ ही स्वयं के शब्दों का प्रभाव हमारे जीवन को भी उसी दिशा में ले जाता है, जैसा हम बोलते हैं.
सफल लोग हमेशा सकारात्मक ढंग से बोलते हैं. उनके शब्द हमेशा रचनात्मक होते हैं. वे यह समझते हैं कि शब्दों में किसी व्यक्ति को आगे ले जाने की क्षमता होती है. एक तांगा इसलिए आगे बढ़ता है कि एक घोड़ा उसे खींचता है.
ठीक उसी तरह, शब्द किसी व्यक्ति के जीवन को आगे खींच ले जाते हैं. शब्दों के द्वारा लोग प्रसन्नता अथवा अप्रसन्नता, मतभेद या सद्भाव, दूरियां अथवा घनिष्ठता, प्रेम अथवा द्वेष, निराशा अथवा आशा, जोश अथवा उदासीनता, अंधेरा अथवा प्रकाश, गरीबी अथवा अमीरी की ओर ले जाए जाते हैं.