सिकन्दरपुर (बलिया)। क्षेत्र के श्री बनखंडी नाथ मठ डूंहा के प्रांगण में चल रहे सर्वधर्म सम्मेलन का समापन समाज में शांति सद्भाव और भाईचारा को प्रगाढ़ करने हेतु प्रयास करने पर बल देने के साथ हुआ. स्वामी ईश्वरा दास ब्रहमचारी ने कहा कि जब हम सभी एक ही परब्रह्म की संतान हैं, अंश हैं, तो आपस में जलन क्यों रखें. हमें सर्वधर्म सद्भाव की भावना रखनी चाहिए.
कहा कि सभी धर्म अच्छाई का ही संकेत देते हैं. बुराइयों से इतर रहने का अपने अनुयायियों को निर्देश देते हुए कहा कि आपस में न लड़कर समाज में फैली बुराइयों के खिलाफ संघर्ष करना चाहिए. जिससे की एक बेहतर समाज का निर्माण हो सके. मौलाना मंजिल ने कहा कि इंसानियत से बड़ा कोई धर्म नहीं है. हमें सभी धर्मों का आदर करना और उनके अच्छे संदेशों को आत्मसात करना चाहिए. कहा कि व्यक्ति का जीवन तभी श्रेष्ठ हो पाएगा, जब वह अपने मजहब के दिशा निर्देशों का अनुपालन करें. इस मौके पर देवेंद्र नाथ सिंह, बम जी, विनोद यादव, श्री चैतन्य ब्रह्मचारी, रजत मिश्रा, अमरजीत सिंह आदि मौजूद थे.