भरौली (बलिया)/गाजीपुर। नरही थाना क्षेत्र अंतर्गत आचार संहिता लगने के बाद पहली बार इस जायजा लेने पहुचे जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, सीओ सदर नरही से लेकर कोरन्टाडीह तक की पड़ताल किए. इस क्षेत्र में कहीं भी बैनर व पोस्टर नजर नहीं आया. इस पर डीएम एवं एसपी ने नरही प्रभारी की प्रशंसा की. उन्होंने कहा की जिले में नरही थाना क्षेत्र अंतर्गत आचार संहिता का सलीके से पालन किया गया. वहीं दोनों आला अधिकारियों ने एसओ को आदेश दिया कि चूंकि यह इलाका बिहार के बॉर्डर पर है, इसलिए अतिरिक्त एहतियात बरतें.
विधानसभा चुनाव को देखते हुए जिला निर्वाचन अधिकारी गोविन्द राजू एनएस ने जनपद की सीमाओं का जायजा लिया. सिर्फ बॉर्डर को जोड़ने वाली पुल ही नहीं, बल्कि बीच-बीच में नाव के रास्तों पर भी तगड़ी निगहबानी रखने का निर्देश पुलिस अधिकारियों को दिया.
एसपी रामप्रताप सिंह संग निकले डीएम ने बलिया गाजीपुर सीमा पर से देखने के बाद सोहांव क्षेत्र में गंगा किनारे के क्षेत्र का जायजा लिया. एसओ परमानंद द्विवेदी को निर्देश दिया कि इन रास्तों से आने जाने वाले लोगों पर नजर बनाये रखें. बक्सर पुल से पहले पिकेट पर रूककर सिपाहियों को जरूरी दिशा निर्देश दिए. कहा कि वाहनों की चेकिंग करते रहें. कोई भी संदिग्ध स्थिति दिखे तो सघन जांच अभियान चला दें. इसके बाद डीएम-एसपी कोरण्टाडीह निकल गये.
वहां डाकबंगले के पास नाव से आने जाने वाले लोगों पर नजर रखने का निर्देश दिया. बिहार में शराबबन्दी को देखते हुए भी जरूरी निर्देश दिए. इस दौरान सीओ रामदरश यादव साथ रहे। भ्रमण कर देखा कि होर्डिंग्स पोस्टर पूरी तरह हटा दिये गये है या नहीं। इस दौरान फेफना व चितबडागांव में वॉल पेंटिंग देख डीएम भड़क गये. वहीं पर फेफना व चितबड़ागांव के थानाध्यक्षों को बुलाया और जमकर क्लास लगाई. सचेत किया कि तत्काल प्रचार को नहीं पुतवाया तो खैर नहीं. आयोग को शिकायत जाएगी, जहां से कड़ी कार्रवाई तय है. डीएम-एसपी ने विधानसभा फेफना के अधिकांश हिस्सों में जाकर आचार संहिता अनुपालन संबंधी कार्यों का सत्यापन किया.