

बलिया। मिशन इंद्रधनुष के तीसरे चरण का शुभारंभ गुरुवार को जिला महिला अस्पताल से हुआ. इस अवसर पर जिलाधिकारी सुरेंद्र विक्रम ने नवजात शिशुओं को दवा पिलाई. यह तीसरा चरण 17 दिसम्बर तक चलेगा. जिलाधिकारी ने सीएमओ, सीएमएस समेत स्वास्थ्य विभाग के समस्त अधिकारियों को यह निर्देश दिया कि पूरे जिले में इस टीकाकरण अभियान को गंभीरता से संचालित कराएं. कोई भी बच्चा टीका से वंचित नहीं रहने पाए. जिलाधिकारी ने कहा कि बच्चों के स्वास्थ्य से जुड़ा अभियान होने के नाते इसमें तनिक भी लापरवाही अक्षम्य होगी. जिले में अगर कहीं भी लापरवाही की शिकायत मिली तो उसे गंभीरता से लेते हुए संबंधित के खिलाफ कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित कराई जाएगी. मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ एसपी राय ने भरोसा दिलाया कि पहले व दूसरे चरण की अपेक्षा इस चरण में बेहतर उपलब्धि हासिल होगी. बताया कि पहले चरण में 91 प्रतिशत व दूसरे चरण में 96 प्रतिशत उपलब्धि हासिल की गई थी. इस बार इसे और बेहतर ढंग से संचालित कराया जाएगा. इस अवसर पर एनएचएम के जिला कार्यक्रम प्रबन्धक मनोज कुमार, सीएमएस डॉ सुमिता सिन्हा, डब्ल्यूएचओ के डॉ अनूप समेत अस्पताल के अधिकारी कर्मचारी आदि मौजूद रहे.
गंगा पार गांवों में एक दिन पूर्व चला अभियान

सघन मिशन इंद्रधनुष कार्यक्रम के तहत बुधवार को ही गंगा पार गांवों में वृहद अभियान चलाकर टीकाकरण का कार्य किया गया. 7 से 17 दिसम्बर तक चलने वाले सघन अभियान के एक दिन पूर्व ही बुधवार को दुबहर चिकित्सा अधीक्षक एके मिश्रा व ब्लॉक प्रोजेक्ट मैनेजर आशुतोष सिंह के नेतृत्व में आरबीएसके योजना के डॉक्टर, 15 सुपरवाइजर, 15 एएनएम, आशा संगिनी व अन्य स्वास्थ्य कर्मियों का दल गंगा पार गांव में गए और विभिन्न मजरों में बूथ बनाकर युद्धस्तर पर बच्चों का टीकाकरण किया. गंगा पार के गांव पांडेय डेरा, कृपा डेरा, हरदेव सिंह के डेरा, गजरी, गरीबा डेरा में कुल 14 सत्रों (बूथों) का आयोजन किया गया.