
नगरा. नगर पंचायत के पंचफेड़वा स्थित पोखरे के भींटे की जमीन में कब्र के लिए गड्ढा खोदने को लेकर मंगलवार को सुबह दो समुदायों में विवाद हो गया। देखते ही देखते दो समुदायों के सैकडो लोग इकट्ठे हो गए । बात बिगडती इससे पहले ही भारी फोर्स के साथ धमके अधिकारियों ने स्थिति को संभाल लिया।
शिकायतकर्ता हिंदू युवा वाहिनी ब्लॉक नगरा के संगठन मंत्री शंभू प्रजापति की शिकायत पर क्षेत्राधिकारी शिवनारायण वैस व थानाध्यक्ष डीके पाठक के साथ पहुंचे उपजिलाधिकारी रसड़ा प्रभुदयाल ने दोनों पक्षों से वार्ता कर स्थिति को शांत किया।
एसडीएम ने निर्देश दिया कि जब तक जमीन की पैमाइश नही हो जाती तब तक पक्की कब्र का निर्माण नहीं होगा। कच्ची कब्र बनाई जाएगी। उन्होंने कब्रिस्तान व पोखरे के भींटे की भूमि का सीमांकन कराने का निर्देश राजस्व निरीक्षक अजय कुमार सिंह व लेखपाल बलिराम सिंह को दिया। मौके पर पुलिस बल भी तैनात कर दिया गया।
आराजी नंबर 1028 पोखरे की भींटे की जमीन है। इसी से सटे आराजी नंबर 1044 रकबा 90 डिस्मिल कब्रिस्तान की जमीन है। जिसके अधिकांश भाग पर आधा दर्जन लोंगों ने अवैध कब्जा कर रखा है। इस पर बेदखली का मुकदमा भी तहसील न्यायालय में विचाराधीन है। आराजी नंबर 1028 में ही 25 डिस्मिल धनूपी पत्नी केदार के नाम कृषि पट्टा आवंटित हुआ है।
कब्रिस्तान की जमीन पर अवैध कब्जा होने के कारण मुस्लिम समुदाय के लोग भींटे की जमीन में ही शव दफन करते चले आ रहे हैं। भींटे की जमीन में ही ईदगाह की मस्जिद भी है। महत्वपूर्ण तो यह है कि कब्रिस्तान का विवाद गत कई वर्षों से चला आ रहा है। अधिकारियों की उदासीनता से इस विवाद का निपटारा आज तक नही हो सका है। इस अवसर पर तहसीलदार प्रभात कुमार सिंह भी उपस्थित रहे।
(नगरा से संतोष द्विवेदी की रिपोर्ट)