चौपाल में मण्डलायुक्त हुए जनता से रु-ब-रु

गांव में संचालित योजनाओं की समीक्षा व सत्यापन किया

रसड़ा (बलिया)। मंडलायुक्त के.रविन्द्र नायक ने गुरुवार को विकास खंड रसड़ा के निब्बू कबीरपुर गांव में आयोजित चौपाल में जनता से रु-ब-रु हुए. उन्होंने गांव में संचालित योजनाओं के बारे में ग्रामीणों से ही पूछकर सत्यापन किया. किस दौरान पोषण मिशन व स्वास्थ्य सुविधाओं की स्थिति खराब मिलने पर कमिश्नर ने नाराजगी जाहिर की. सुधार न होने की दशा में कार्रवाई की चेतावनी दी.

उन्होंने साफ तौर पर यह कहा कि विभागीय योजनाओं का क्रियान्वयन पूरी पारदर्शी तरीके से हो. हर पात्रों को उचित लाभ मिले. चेताया कि अगर लाभकारी योजनाओं में मानक के विपरीत अपात्र का चयन हुआ तो जिम्मेदार पर बड़ी कार्रवाई होगी.
उन्होंने आम जन से हित से सीधे जुड़ी योजनाओं की समीक्षा प्राथमिकता पर की. पोषण मिशन के बारे में जानकारी ली. अतिकुपोषित बच्चों के बेहतर पोषण के सम्बन्ध व आंगनबाड़ी विभाग के ग्राम स्तर से लेकर सीडीपीओ को कड़े निर्देश दिए. अजीबोगरीब स्थिति तब देखने को मिली जब आंगनबाड़ी कार्यकर्त्री व सहायिका को कुपोषित किसी एक बच्चे का नाम नही पता था. कमिश्नर ने इस पर नाराजगी जाहिर की. कहा ऐसे पोषण मिशन की प्रगति बेहतर नहीं हो सकती. स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं व स्वास्थ्य सुविधाओं के बाबत ग्रामीणों से पूछ सत्यापन किया.
चौपाल में जिलाधिकारी ने कहा, गांव के विकास से सम्बंधित किसी भी काम से लिए मुझसे संपर्क कर सकते हैं. सीडीओ सन्तोष कुमार, एएसपी विजयपाल सिंह, डीएसओ विनय सिंह, डीडीओ शशिमौली मिश्रा समेत अन्य जिला स्तरीय अधिकारियों व सैकड़ों ग्रामीण उपस्थित थे.

ग्रामीणों ने बताई पीड़ा

चौपाल में ग्रामीणों ने गांव की समस्याओं को सामने रखकर अपनी पीड़ा बताई. कमिश्नर ने भरोसा दिलाया कि हर समस्याओं का निराकरण होगा. गांव में समस्याएं जरूर है, लेकिन जल्द ही अब दूर हो जाएगी. उन्होंने ग्रामीणों से कहा, गांव में कैसे बेहतर विकास होगा, कौन सा कार्य हो जिससे गांव सुंदर दिखे, इस पर ग्रामीण भी अपनी राय दें. सबके समन्वय व सहयोग के बिना गांव का सम्पूर्ण विकास सम्भव नहीं है.

गांव में भ्रमण कर देखा विकास कार्य

मण्डलायुक्त ने गांव में भ्रमण कर हुए कार्यों को देखा. विशेष रूप से निर्माणाधीन प्रधानमंत्री आवास की प्रगति देखी. उन्होंने लाभार्थियों से भी क़िस्त प्राप्त होने से सम्बंधित जानकारी ली. भ्रमण के दौरान देखा कि कई परिवार झोपड़ी वाले हैं. उन सभी को सरकारी आवास योजना का लाभ नहीं मिलने का कारण जाना. पंचायत सचिव को निर्देश दिया कि ऐसे पात्र परिवार की एक अलग से सूची बनाएं. हर पात्रों को पेंशन योजना से लाभान्वित कराने का निर्देश बीडीओ को दिया. इस दौरान एक वृद्ध से पेंशन मिलने सम्बन्धी जानकारी ली.

छात्रों संग अध्यापक का भी लिया टेस्ट
चौपाल में कमिश्नर ने बेसिक शिक्षा की समीक्षा करते हुए परिषदीय विद्यालय के बच्चों से बातचीत कर व सवाल पूछ पठन-पाठन का सत्यापन किया. साथ ही अध्यापक से भी क्लास के बच्चों का नाम पूछा. कहा, एक अध्यापक को अपने अधिकांश बच्चों का नाम याद रहना चाहिए. सलाह दी कि सभी बच्चों से लगातार संवाद करें. सभी को दिल से जोड़िए और अपने बच्चों की तरह पढ़ाएं. बच्चों के बीच खेलकूद प्रतियोगिता भी कराते रहने को कहा. उन्होंने अध्यापक से कहा, विद्यालय में शिक्षण कार्य ऐसा हो कि अभिभावक उस विद्यालय में अपने बच्चे भेजने के लिए प्रेरित हों.

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