
बलिया। पोषण अभियान के विभिन्न घटकों में से एक महत्वपूर्ण घटक व्यवहार संचार परिवर्तन करना है. वहीं शासन के निर्देश पर पोषण के मुद्दे पर समाज में जागरूकता लाने के लिए समुदाय आधारित गतिविधियों का आंगनवाड़ी केंद्र स्तर पर संचालन किया जाना है.
इसीक्रम में जनपद के दुबहड़ ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय अलमचक के आंगनबाड़ी केंद्र पर भी बचपन दिवस मनाया गया जिसमें बच्चों को पोषक तत्व से युक्त लड्डू खिलाकर एवं पोषाहार वितरित किया गया. इसके बाल विकास कार्यक्रम को गति देने के लिए प्रत्येक माह की पाँच तारीख को समेकित बाल विकास कार्यक्रम के तहत आंगनबाड़ी केंद्रों पर बचपन दिवस का आयोजन किया जाता है। इस दिवस पर माह में आने वाले बच्चों का जन्मदिन मनाया जाता है साथ ही जागरूकता कार्यक्रम भी किये जाते हैं जिसके माध्यम से बच्चों की माताओं को संतुलित एवं स्वस्थ खानपान और स्वास्थ्य के बारे में जानकारी दी जाती है।
इस अवसर पर मुख्य सेविका नीलम राय ने बच्चों एवं महिलाओं को संतुलित एवं पौष्टिक भोजन ग्रहण करने और उसके लाभ के बारे में बताया। वहीं बच्चों को बेहतर स्वास्थ्य के लिए साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने के बारे में जानकारी दीस समयानुसार संतुलित एवं स्वस्थ खानपान के बारे में बताया।
उन्होंने बताया कि महिलाएं अपने एवं अपने घर के आसपास साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखेंस संतुलित स्वस्थ भोजन जैसे हरी सब्जी, पत्तेदार पालक, दाल, गुड, चना, दूध, घी एवं पोषक तत्व से युक्त भोजन करें जिससे खून की कमी को दूर किया जा सके। इसके अलावा उन्होने बताया कि नियमित आयरन टेबलेट ग्रहण करने एवं विटामिन युक्त संतुलित भोजन करने से कुपोषण से बचा जा सकता है।
आंगनबाड़ी निर्मला देवी सिंह ने उपस्थित महिलाओं को बताया कि गर्भवती महिलाएं प्रसव से से पूर्व समस्त जांच एवं प्रसव के उपरांत अपना ख्याल रखें और अपने बच्चों का संपूर्ण टीकाकरण अवश्य कराएं जिससे बच्चों को होने वाली गंभीर एवं जानलेवा बीमारियों से बचाया जा सके ताकि रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ सके।
इस दौरान लाभार्थी से पौष्टिक आहार और टीकाकरण के बारे में प्रश्न पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि पौष्टिक एवं विटामिन युक्त भोजन ग्रहण करने से शारीरिक एवं बौद्धिक विकास होता है तथा टीकाकरण से बच्चों को जानलेवा बीमारियों से बचाया जा सकता है।