पटना। विधानसभा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पेपर लीक मामले में आंदोलनरत आईएएस अफसरों को सख्त सन्देश दिया. बोले, पेपर लीक हुआ है तो कार्रवाई भी होगी. कानून सबके लिए बराबर है. राष्ट्रपति को छोड़कर सभी इसके दायरे में आते हैं. चाहे सीएम हों या पीएम.
सीएम ने मामले की सीबीआई जांच से इंकार किया और कहा कि एसआईटी जांच कर रही है. सीबीआई हर मामले की जांच नहीं कर सकती. वह कुछ अलग जांच नहीं करती है. ब्रह्मेश्वर मुखिया मामले में सीबीआई ने भी उतनी ही जांच की है, जितनी पुलिस ने की थी. यह जांच का विषय है कि सीबीआई का सहारा मामले को डाइवर्ट करने के लिए तो नहीं लिया जाता.
आईएएस की खबर पर बोले, मैं इंतज़ार कर रहा हूं मेमोरेंडम का. उसकी पूरी समीक्षा करुंगा. इसलिए कि वह गवर्नेंस के क्षेत्र में इतिहास बनेगा. पेपर लीक हुआ है तो चेहरा देखकर कार्रवाई नहीं होगी. जो दोषी होगा, उस पर निष्पक्षता से विधिसम्मत कार्रवाई होगी. सीएम ने कहा कि महागठबंधन सरकार में अपराध में कमी आई है. अपराध के मामले में बिहार पूरे देश में 22वें नम्बर पर है. पहले नबर पर दिल्ली है, जिसकी विधि व्यवस्था केंद्र सरकार के जिम्मे है.