बैरिया (बलिया), शुक्रवार की शाम चकिया डेरा गांव में तेज रफ्तार ट्रक से हुई दुर्घटना में घायल कबूतरी देवी पत्नी लक्ष्मण पासवान और उनके मासूम पुत्र पीयूष की जिला अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई. इस घटना से पूरे इलाके में शोक है.
गांव में जब मां-बेटे की मौत की खबर पहुंची तो गुस्साए ग्रामीणों ने डेरा चकिया के सामने इकट्ठा होकर बैरिया-रेवती मार्ग पर चक्का जाम कर दिए. इससे उक्त मार्ग पर आवागमन पूरी तरह से ठप हो गया. सूचना पर पहुंचे क्षेत्राधिकारी बैरिया व तहसीलदार शिवसागर दुबे ने जाम करने वाले लोगों से बात की और पीड़ित परिवार को सरकार द्वारा जितना अधिक से अधिक संभव होगा सहायता दिलाने का आश्वासन दिया. इसके बाद 2 घंटे तक चला जाम समाप्त हुआ. मौके पर पुलिस की ड्यूटी लगा दी गई है.
मृतका कबूतरी देवी के पति लक्ष्मण पासवान बाहर काम करते हैं. ग्रामीणों ने उन्हें सूचना दे दी है, लेकिन वह अभी वापस नहीं लौट पाए हैं. मृतका कबूतरी देवी के 7 बच्चों का रो-रो कर बुरा हाल है. बच्चों में रिंकू पासवान 15 वर्ष, कुमारी गुंजन 13 वर्ष, कुमारी रुबी 10 वर्ष, कुमारी कविता 6 वर्ष, प्रिंस 8 वर्ष, विकास 5 वर्ष वह आकाश 4 वर्ष के हैं. रिश्तेदार व पास पड़ोस के लोग बच्चों को लेकर बैठे लक्ष्मण पासवान के आने का इंतजार कर रहे हैं.
बताते चलें कि शुक्रवार की शाम लगभग 5 बजे के करीब बिना नंबर का ट्रक रेवती से लाल बालू गिरा कर वापस कोईलवर लौट रहा था. काफी तेज रफ्तार होने के कारण ट्रक स्पीड ब्रेकर पर उछलकर असंतुलित हो गया. इसके बाद सड़क के किनारे चकिया डेरा पर अपने दरवाजे पर खड़े एक दर्जन लोगों को रौंदते, ट्रैक्टर ट्राली को घसीटते तथा एक घर का अगला हिस्सा क्षतिग्रस्त करते हुए आगे जाकर पलट गया था.
इस हादसे में 6 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे जिनमें से कबूतरी देवी और उनके पुत्र पीयूष की इलाज के दौरान मौत हो गई. घायलों में से नंदू व धनजी पासवान को जिला अस्पताल से वाराणसी के लिए रेफर कर दिया गया है.
(बैरिया से वीरेंद्र नाथ मिश्र की रिपोर्ट)