ऑक्सीजन प्लांट में हुए लाखों की चोरी के मामले में फार्मासिस्ट पर गबन का मुकदमा दर्ज
बांसडीह, बलिया. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अगउर बांसडीह के प्रांगण में लगे आक्सीजन प्लांट में हुए लाखों के चोरी हुए उपकरणों के मामले में पुलिस ने तीन सप्ताह बाद अगउर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के फार्मासिस्ट के खिलाफ नामजद गबन का मुकदमा दर्ज किया गया है.
इस प्रकरण में अचानक से बदली थ्योरी से स्वास्थ्य केंद्र के कर्मियों में हलचल मची हुई है. बीते माह की 12 तारीख को आक्सीजन प्लांट में लाखों के उपकरणों की चोरी प्रकाश में आने के बाद इस संबंध में बांसडीह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक व्यंकटेश मऊआर द्वारा पुलिस को चोरी की तहरीर दी गयी थी. साथ ही चोरी गये सामानों के विवरण के साथ इस बात का उल्लेख भी किया गया था कि प्लांट में ताला बंद होने के बाद भी चोरी हुई है और इसकी चाभी फार्मासिस्ट अशोक कुमार के पास थी.
घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने अपने स्तर से इसकी जांच की और इसके बाद मामले में वादी और पुलिस दोनों ने चुप्पी साध ली. कई दिनों तक इस चोरी को लेकर स्थानीय लोगों के बीच चर्चाओं का दौर चलता रहा लेकिन न तो पुलिस ने कुछ आगे की कार्रवाई की और न ही वादी पक्ष द्वारा ही इसे लेकर कोई आवाज उठाई गयी.मामले को पूरी तरह ठंडे बस्ते में डालने का प्रयास किया जाता रहा जबकि लाखों रुपये के उपकरणों की चोरी को लेकर आमजनमानस में इस प्रकरण की वास्तविकता को लेकर कयासों और अटकलों का बाजार गर्म रहा.
मामले में अधिकारियों द्वारा संज्ञान लेने के बाद पुलिस ने सीधे तौर पर अपनी जांच के आधार पर मामले को एक नया रूप दिया और प्रकरण में केंद्र अधीक्षक की तहरीर को आधार बनाकर केंद्र के फार्मासिस्ट के खिलाफ गबन का मुकदमा दर्ज कर लिया. हालांकि पुलिस भी इस मामले को शुरू से ही चोरी न बताकर वहां के कर्मचारियों की मिलीभगत का परिणाम ही बताती रही है.
प्रकरण में सवाल खड़े होने के बाद पुलिस ने आनन फानन में मुकदमा दर्ज कर लिया है. इस संबंध में इंस्पेक्टर बांसडीह योगेंद्र प्रसाद सिंह ने बताया कि चिकित्सा अधीक्षक की तहरीर पर केंद्र के फार्मासिस्ट के खिलाफ गबन का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. विवेचना में स्थिति स्पष्ट हो जायेगी.
बांसडीह से रविशंकर पांडेय की रिपोर्ट