
बलिया लाइव संवाददाता
रसड़ा (बलिया)। भाजपा दया शंकर सिंह के बयान के बाद से कल तक बैकफुट पर दिख रही थी. वही लखनऊ ने आयोजित धरना प्रदर्शन में बसपा नेताओं द्वारा दया शकर सिंह के परिजनों पर की गयी टिपणी से भाजपा नेता भी मुखर हो उठे हैं. भाजपा समेत अनेक पार्टी के नेताओं ने धरना प्रदर्शन में बसपा नेताओं की टिपणी को शर्मनाक बताया है.
राजनीति की रोटी सेंक रही है बसपा – गोविंद
प्रबन्धक व भाजपा नेता गोविन्द नारायन सिंह ने कहा कि दया शंकर सिंह ने अपनी कही हुई बात पर खेद व्यक्त करते हुए माफ़ी भी मांगी फिर भी पार्टी ने बयान की निन्दा करते हुए सभी पदों से हटाते हुए पार्टी से निकाल भी दिया. बसपा नेताओ ने उस बयान पर राजनीति की रोटी भी सेकने लगे.
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गंदी राजनीति इसके लिए जिम्मेदार – रामछबीला
बसपा उसी बयान पर महिला सम्मान की लड़ाई लड़ने लगी. वही बसपा नेताओं ने धरना प्रदर्शन में दयाशंकर सिंह के परिजनों पर जो टिपणी की गई है. उस पर बहन मायावती जी भी भाजपा की तरह पार्टी से बाहर निकाले नेताओ को जो गलत बयानबाजी किए हैं. कामरेड नेता समाज सेवी राम छबीला सिंह ने ऐसे बयानों के लिए आज की गन्दी राजनीति को जिम्मेदार माना. कहा की सभी पार्टियां सिद्धांत विहीन राजनिति कर रही हैं. यही कारण है की नेता गाली गलौज की राजनीति पर उत्तर आये हैं. जो लोकतंत्र के लिये शुभ संकेत नहीं है.
बसपाई गुंडई पर उतर आए हैं – जायसवाल
एनजीओ प्रकोष्ठ के प्रदेश सह संयोजक संजय जायसवाल ने कहा कि अभद्र भाषा के प्रयोग पर बसपा नेताओं पर भी मुकदमा नहीं किया गया तो भाजपा भी सड़क पर उतरेगी. पूर्व नगर अध्यक्ष संदीप सोनी ने कहा की गलत बयान बाजी के कारण दया शंकर सिंह को पार्टी से निष्कासित कर दिए जाने के बावजूद बसपा के लोग गुंडई पर उतर कर जिस तरह की बयानबाजी कर रहे हैं. उन पर कार्रवाई नहीं की गयी तो भाजपा कार्यकर्ता भी सड़क पर उतरने को बाध्य होंगे. अनेक बुद्धिजीवी एवं समाजसेवी भी ऎसे बयानों को लोकतंत्र के लिये घातक करार दिया.