रसड़ा (बलिया)| स्थानीय नगर के हॉस्पिटल कॉम्प्लेक्स के समीप दुर्गा पूजा जुलूस के दौरान ईंट पत्थर चलने से दो लोग घायल हो गए. इस घटना से भगदड़ मच गई. सभी समितियों ने मां दुर्गा की प्रतिमाएं जहां थी, वहीं पर रोक दिया. शासन प्रशासन के हाथ पांव फूलने लगे. देखते ही देखते सैकड़ों की तादाद में समिति के कार्यकर्ता कोतवाली आ धमके तथा पत्थर फेंकने वालों पर कार्रवाई करने की मांग करने लगे.
आधा घंटा तक नगर में अफरा तफरी का माहौल कायम रहा. उपजिलाधिकारी सुशील कुमार श्रीवास्तव, क्षेत्राधिकारी श्रीराम, कोतवाल पीके मिश्र के आश्वासन पर समिति के सदस्यों ने मां दुर्गा की प्रतिमाएं आगे बढ़ना शुरू किया. जुलूस के आगे बढ़ने से शासन प्रशासन सहित लोगों ने राहत की सांस ली. वही पुलिस कप्तान भी मामला निपटते ही बीच रास्ते से ही मुख्यालय को निकल पड़े.
नगर के स्टेशन रोड स्थित शिवम गली दुर्गा पूजा समिति का जुलूस विसर्जन के लिए जा रही था. हॉस्पिटल कॉम्प्लेक्स के समीप जुलूस पर किसी अराजक तत्व ने पत्थर बाजी कर दी. इस पत्थरबाजी से नगर के पानी टंकी निवासी मयंक वर्मा (25) तथा मऊ जनपद के कंसो पटना निवासी छोटू सिंह घायल हो गए. यह बात नगर में जंगल में आग की तरह फ़ैल गई. इस घटना ने अफवाहों का बाजार गरम भी कर दिया. समिति का जुलूस वही पर रोक कर कार्यकर्ता कोतवाली आ धमके. पुलिस प्रशासन और बुद्धिजीवी लोगों के प्रयास से बात को बढ़ने से रोका गया. इस घटना को साम्प्रदायिक रंग भी देने का प्रयास किया गया. परंतु एक बार फिर हिन्दू-मुस्लिम एकता की मिसाल कायम रहने से रोशन शाह एवं श्रीनाथ बाबा की नगरी दागदार होने से बच गयी.