सिकंदरपुर (बलिया) । पकड़ी थाना क्षेत्र के जेठवार गांव में सोमवार की रात लड़की की हत्या और कातिल की आत्महत्या का रहस्य परत-दर-परत खुलता जा रहा है. पुलिस की छानबीन में स्पष्ट हो गया कि खुशबू की हत्या का कारण प्रेम प्रसंग ही है, साथ ही उसकी हत्या चाकू से गोद कर या गोली मारकर अजीत द्वारा ही की गई है, बावजूद इसके कई सवालों के जवाब अनुत्तरित हैं जिनकी जांच के बाद ही उनके उत्तर सामने आ सकते हैं. मान लिया जाए कि अजीत ने हीं खुशबू को चाकुओं से गोदा है किंतु यह भी विचारणीय है कि अजीत के दाहिने हाथ व नाभि के आसपास चाकू से कटे के निशान कैसे हैं ? क्या उसने खुशबू के हत्या के बाद अपने पेट पर स्वयं चाकू से वार किया या किसी अन्य ने ? यदि हत्या के बाद अपनी लीला समाप्त करने के लिए चाकू का सहारा लिया तो कटे के निशान हल्के ही क्यों हैं .
साथ ही सर में गोली कैसे लगी ? शवों को देखने से स्पष्ट हो रहा था कि खुशबू के शरीर पर मौजूदा निशान जहां गहरे थे वहीं अजीत के नाभि के पास के जख्म हल्के थे. दूसरी बात यह कि अपने दोस्त के साथ अजीत सोमवार को जेठवार कब आया था ? लोगों ने दबी जुबान से चर्चा शुरू कर दिया है कि वह गांव में दोपहर में ही आ गया था. जहां किसी स्थान पर भोजन और शराब का दौर चला था. सूर्यास्त के बाद अंधेरा छाने और सड़कों पर लोगों की आवाजाही कम हो जाने के बाद ही वह अपने दोस्त के साथ मौके पर पहुंचा था.
उसका दोस्त तो बाइक के साथ नीचे सड़क पर ही रह गया था जबकि अजीत खुशबू की मां निर्मला द्वारा दरवाजा खोलने पर उन्हें धक्का देकर धड़धड़ाते हुए सीढ़ी द्वारा छत पर पहुंच गया था जहां वह और उसकी बड़ी बहन बैठी थी. सवाल यह है कि अजीत को कैसे पता चल गया कि खुशबू छत पर मौजूद थी ? जबकि छत पर जाने के लिए दो अलग-अलग सीढ़ियां हैं.संभवता उसे पहले ही पता चल गया था कि किस सीढी से खुशबू तक पहुंचा जा सकता.