
बलिया। यूं तो बाढ़ पीड़ितों के पुर्नवास और भोजन-पानी की व्यवस्था के लिए प्रशासन पिछले 10 दिनों से कटिबद्ध है. लेकिन इसकी वास्तविक रंगत तब देखने को मिली, जब पीड़ितों की मदद के लिए बेसिक शिक्षा विभाग ने कमर कस लिया.
बीएसए की पहल पर शिक्षा क्षेत्र बेलहरी, मुरलीछपरा व बैरिया में आनन-आनन में तीन स्थान पर इन विस्थापितों के लिए लंगर शुरू कर दिया गया. पूर्णतः बेसिक शिक्षा के शिक्षकों एवं कर्मियों के सहयोग से संचालित इस इन लंगरों में पीड़ितों हर वह सुविधा उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है, जो उनके लिए अति आवश्यक है. इसके अलावा बेसिक शिक्षा विभाग के सैकड़ों शिक्षकों के सहयोग से विभिन्न प्रभावित इलाकों में समयानुसार लोगों को लंच पैकेट, फल व पीने का पानी उपलब्ध कराया जा रहा है.
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यही नहीं, जिलाधिकारी गोविन्दराजू एनएस की पहल पर बीएसए ने शनिवार को शिक्षा क्षेत्र बैरिया के दो स्थानों दयाछपरा व रामगढ़ प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में बाढ़ पीड़ितों के रहने व खाने-पीने की पूरी व्यवस्था मुहैया करा दी. उम्मींद है कि बीएसए की इस पहल से तकरीबन दो से तीन हजार बाढ़ पीड़ितों के पुर्नवास में सहयोग मिलेगा.
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शनिवार को दूबेछपरा रिंग बंधा टूटने की खबर पर पहुंचे बीएसए डॉ.. राकेश सिंह ने शिक्षकों एवं शिक्षणेत्तर कर्मियों से कहा कि इस घड़ी में पूरी मानवता का परिचय देते हुए हमें पीड़ितों की सिर्फ मदद करनी है. शिक्षक की भूमिका समाज में बहुदेशीय है, आज हमें इसी को चरितार्थ कर दिखाना है.
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