
वीरेंद्र नाथ मिश्र
बैरिया (बलिया)। बैरिया विस क्षेत्र के गंगा पार नौरंगा ग्राम पंचायत द्वारा चुनाव बहिष्कार की घोषणा से जिला प्रशासन एक्शन मे आ गया है. जिलाधिकारी गोविन्द राजू एनएस के निर्देश पर सीडीओ संतोष कुमार के नेतृत्व में आधा दर्जन अधिकारियों की टीम मंगलवार को नाव से गंगा पार कर नौरंगा पहुंची. ग्रामीणों ने बुनियादी सविधाओं का अभाव व गंगा की कटान के साथ गंगा पर पक्का पुल न बनने के कारण मतदान का बहिष्कार करने की घोषणा की थी. इसके लिए ग्रामीणों ने उक्त गांवों में जाने वाले सभी प्रमुख मार्गों पर बैनर लगा कर चुनाव बहिष्कार की घोषणा की थी.
सीडीओ के नेतृत्व में सीएमओ डॉ. पीके सिंह, बीएसए डॉ. राकेश सिंह, डीपीओ रामभुवन आदि अधिकारी जैसे ही नौरंगा पहुंचे, ग्रामीण अपना आक्रोश जाहिर करने लगे. ग्रामीणों का कहना था कि राजनीतिक दल तो गंगा पार के इन गांवों को अछूत समझते है, जिसका परिणाम है कि हमारा गाव विकास की रोशनी से आज के दौर में भी बहुत दूर है. मुख्यधारा से अलग होने के कारण इन गांवों की ओर किसी की नजर ही नहीं पड़ती. इससे यहां विकास के नाम पर लोगों को छलने का ही काम किया गया है. ऐसे में उक्त गांवों के लोग मतदान ही नहीं करेंगे. सीडीओ संतोष कुमार के साथ अन्य अधिकारियों ने लोगों को किसी तरह समझा कर मतदान के लिए राजी किया.
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सीडीओ ने कहा कि आपकी समस्याओं पर हर संभव समाधान कराया जाएगा. जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ. राकेश सिंह ने कहा कि मतदान सबका अधिकार है. लोकतांत्रिक व्यवस्था में इससे वंचित रहना एक तरह से पाप है. इस तरह अधिकारियों ने काफी मान-मनौव्वल किए. समय कम होने की दुहाई दिये. लेकिन अधिकारियों का आना बेनतीजा रहा. ग्रामीणों ने मतदान बहिष्कार की घोषणा को वापस लेने की शर्त यह रख दी कि तब तक हमारे गाव के लिये सडक, बिजली और पानी की जो योजनायें स्वीकृत हैं, वह चालू करके उसमे गति लाया जाय. ग्रामीणों की इस शर्त को टालने के लिये शाम होने का बहाना कर हड़बड़ी दिखाते हुये बेनतीजा पिकनिक सा मना अधिकारी वापस लौट गये. ग्रामीण अपनी शर्त पर अड़े हैं.