बैरिया (बलिया) से वीरेंद्र नाथ मिश्र
363 बैरिया विधानसभा क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी के टिकट को लेकर अटकलों और अफवाहों का बाजार गर्म है. टिकट की घोषणा में विलंब कर भाजपा शीर्ष नेतृत्व ने यहां के लोगों को ऊहापोह के बीच एक अजीब से संकट में डाल रखा है. यहां हर मिलने वाला एक दूसरे से यही पूछ रहा है कि बैरिया से भाजपा का टिकट किसको मिला और बस शुरू हो जा रहा है अपने मनचाहे प्रत्याशी के पक्ष में शब्दों का तीर चलाना.
वहींं दूसरे पक्ष के पक्षकार बड़े ही गंभीरता के अंदाज में बात को काट अपने चहेते प्रत्याशी के पक्ष में अपना तर्क प्रस्तुत कर दे रहे हैं. यही नहीं बसपा और सपा के लोग भी अपने कूटनीतिक तर्क देने से पीछे नहीं हट रहे हैं. यहां “तीरन से काटे तीरन को तीरन पर तीर चलावत हैं” वाली हालात उपस्थित हो गई है. अभी दो दिन पहले तक बैरिया विधानसभा क्षेत्र के फिजाओं में अचानक यह चर्चा उड़ी कि बांसडीह विधानसभा क्षेत्र से भाजपा का टिकट समझौता के चलते पाने से वंचित रहने वाली केतकी सिंह अब बैरिया विधानसभा से भाजपा के प्रत्याशी हो सकती हैं. खूब बहस मुहायसा चला.
फिर इस चर्चा पर यह कहते हुए विराम लगा कि केतकी सिंह बांसडीह छोड़कर किसी और जगह से लड़ने के लिए तैयार नहीं हैं. पार्टी नेतृत्व ने उन्हें समझाने बुझाने के लिए दिल्ली बुलाया है. उसके बाद से कभी विक्रम सिंह, कभी सुरेंद्र सिंह, कभी मुक्तेश्वर सिंह, कभी सुमेश्वर नाथ तिवारी, कभी रंगनाथ मिश्र तो कभी जयप्रकाश नारायण सिंह का नाम टिकट पा लेने वालों में चर्चा में आ जा रहा है. उपरोक्त नामों में से लगभग सारे लोग टिकट की आस में लखनऊ व दिल्ली में जमे हुए हैं.
इनके जान पहचान के लोग अपने चहेते नेता के मोबाइल पर बात भी कर रहे हैं. उधर से भी सभी लोग अपना ही टिकट पक्का होने और बस घोषणा होने का जवाब दे रहे हैं. इस तरह की बातों की स्थिति से बैरिया विधानसभा क्षेत्र में जहां अटकलों का बाजार गर्म है. वही पूरी की पूरी राजनीति स्टैंडबाई मोड में है.