


दुबहर, बलिया. एटीएस वाराणसी एवं बलिया जनपद की स्थानीय पुलिस दोपहर से ही क्षेत्र में सक्रिय थी. जनेश्वर मिश्रा सेतु के इर्द-गिर्द हर चौराहे पर सिविल वर्दी में पुलिस चक्रमण कर रही थी, पर क्षेत्र के किसी भी व्यक्ति को इस बात का अंदेशा नहीं था कि यूपी-बिहार को जोड़ने वाला महत्वपूर्ण पुल जनेश्वर मिश्रा सेतु तस्करों के लिए आवागमन का सुगम मार्ग बन गया है.
एटीएस को मिली जानकारी के अनुसार जैसे ही सेतु के बिहार तरफ की ओर से आने वाले मार्ग के द्वारा काले रंग की स्कार्पियो गाड़ी नंबर यूपी 60/ए ई9495 आती दिखाई दी वैसे ही पुलिस रुकने का इशारा कर उस पर धावा बोल दिया. उसमें बैठे हुए पांच तस्कर, एक ड्राइवर एवं चार अन्य कुछ समझ पाते तब तक पुलिस सभी को कब्जे में ले लिया. काफी छानबीन के बाद भी पता नहीं चल पाया. वाहन में बैठे यात्रियों से हथियार का पता नहीं चल पा रहा था. पुलिस कड़ाई से पूछताछ की तो जानकारी हुई कि स्कॉर्पियो के पिछले सीट में सारे हथियार है जिसमें 5 पिस्टल, 10 मैगजीन भरे पड़े हैं. हथियार मिल जाने के बाद एटीएस एवं पुलिस की टीम थाने पर लेकर आई तब उच्च अधिकारियों को इसकी सूचना दी गई. क्षेत्राधिकारी सदर स्थानीय थाने पर पहुंच गए.
इसमें बैठे कुल पांच तस्करों में अंशु कुमार उर्फ टिंकू पुत्र अनिल प्रसाद निवासी शंकरपुर के ऊपर बांसडीह रोड थाने में कई मुकदमे दर्ज है. वह थाने का हिस्ट्रीशीटर है. अंशु कुमार उर्फ टिंकू 2005 में दो बार थाने में 5 अवैध पिस्टल के साथ पकड़ा गया था. साथ ही एक देवरिया से लाइसेंसी पिस्टल की लूट में भी शामिल हैं. दीपक तिवारी पुत्र राज मोहन तिवारी निवासी बहुआरा थाना सहतवार के ऊपर भी सुखपुरा थाने में मुकदमा दर्ज है. इसके अलावा इन तस्करों पर हल्दी, दुबहर एवं शहर कोतवाली में भी मामले दर्ज हैं. तीसरा अभियुक्त अभिषेक कुमार राय व योगेश राय निवासी देवकली थाना सुखपुरा एवं पांचवा अमित सिंह निवासी सिताबदियारा थाना बैरिया को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस एवं एटीएस की टीम ने और भी जानकारी प्राप्त की है. सारे हथियार बिहार के मुंगेर से लेकर आए थे जो जनपद एवं प्रदेश के अन्य स्थानों पर ऊंची कीमत पर इनके द्वारा बेचे जाते थे. ये अन्य तस्करों को उपलब्ध कराए जाते थे.

(बलिया से केके पाठक की रिपोर्ट)