मकर सक्रांति से चालू हो जाएगा महुली पीपा पुल
लवकुश सिंह
सिताबदियारा ग्राम से महज तीन किलोमीटर की दूरी पर बिहार के आरा भोजपुर की सीमा की ही एक पंचायत है खवासपुर. यह आरा के बड़हरा प्रखंड का हिस्सा है. इसी के सीध में गंगा नदी के उपर पिछले वर्ष की भांति बन रहा पीपा पुल इस वर्ष मकर संक्रांति के दिन से चालू हो जाएगा. वर्ष में आठ माह चलने वाला यह पीपा पुल क्षेत्रीय लोगों के लिए वरदान स्वरूप है.
इस तरह मिली पीपा पुल की सौगात
खवासपुर निवासी राजेश कुमार यादव बताते हैं कि पिछले वर्ष-2016 में गणतंत्र दिवस के दिन 26 जनवरी को यह पुल चालू हुआ था. इस वर्ष 14 जनवारी को इसे चालू करने की बात विभागीय कर्मचारी बता रहे हैं. बताते हैं कि आरा की सीमा में पड़ने वाले खवासपुर पंचायत में अन्य सुविधाओं का आभाव तो था ही, सबसे बड़ी परेशानी यहां के लोगों को जिला मुख्यालय तक जाने की थी. नाव से गंगा नदी पार कर यहां के लोग काफी कठिनाइयों का सामना करते हुए, अपने गंतव्य तक पहुंच पाते थे. विगत दो साल पहले नीतीश सरकार के जेहन में बात दाखिल हुई. तभी इस पुल की घोषणा स्वंय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वर्ष 2014 में जेपी जयंती के अवसर पर सिताबदियारा में की थी. इस क्षेत्र के लिए यह पुल एक बड़ी सौगात है.
पीपा पुल से नजदीक हो गई आरा की दूरी
इस पीपा पुल के बनने का इंतजार केवल खवासपुर ही नहीं, सिताबदियारा, जानकी बाजार, रामपुर कोड़हरा, बैरिया, जयप्रकाशनगर, मांझी आदि इलाके के लोग बेसब्री से कर रहे हैं. बता दें कि पीपा पुल के बन जाने से अब आरा की दूरी सिताबदियारा से महज 20 किलोमीटर रह गई है, जबकि यहां से छपरा 35 और बलिया की दूरी 54 किलोमीटर है. इस तरह आरा, छपरा और बलिया में अब यहां से सबसे नजदीक आरा हो चला है. यह पीपा पुल बन जाने के बाद सिताबदियारा से सटे आरा भोजपुर की सीमा के गांव मुंजही, खवासपुर, भवन टोला, जानकी बाजार, बली के डेरा, भगवानपुर, रामफल के डेरा, हरि के डेरा आदि गांवों के लोगों के लिए प्रतिदिन शाम का बाजार आरा से होने लगेगा.
व्यापारिक मामले में भी मिलता है भरपूर लाभ
सिताबदियारा, यूपी के बैरिया, रानीगंज और आरा के बीच इस पीपा पुल के चलते ही व्यापारिक तालमेल भी अच्छे हो चुके हैं. वजह कि बहुत सी वस्तुएं, खाने-पीने और घरेलु समान यूपी के बैरिया या सिताबदियारा के बजाय आरा में सस्ते मिलते हैं. इसका उदाहरण सिताबदियारा में आरा से आकर सब्जी बेचने वाले सब्जी विक्रेता ही हैं. इसके अलावा चावल, सोन का बालू, लकड़ी के समानों में भी दोनों स्थानों में बहुत का अंतर है. यही कारण है कि लोग हर दिन पूछ रहे, कब चालू होगा महुली का पीपा पुल.
यह पुल हर हाल में 14 जनवरी तक तैयार हो जाएगा. इसे चालू करने के क्रम में सभी कार्य युद्ध स्तर पर चल रहे हैं. मकर सक्रांति पर इसे हर हाल में चालू कर दिया जाएगा – बीरेंद्र कुमार यादव (पीपा पुल को पुन: स्थापित करने के कार्य में जुटे संवेदक)