सहतवार(बलिया)। रेवती ब्लाक अन्तर्गत क्षेत्र के ग्राम सभा कुशहर के पानी टंकी के पास बना सरकारी गौशाला केन्द्र येनकेन प्रकारेण बनाकर चल रहा है. पशुओ के खाने के लिए 10 × 15 फुट मे टीन शेड , पानी की व्यवस्था व चारा रखने के लिए फाटक विहीन टीन शेड लगाकर घर तो बन गया है. लेकिन बरसात के दिन मे पशुओ को बाँधने के लिए दूसरी जगह कोई व्यवस्था नही है. जिसके चलते रात मे घुमने वाले आवारा जानवर जिन्दा बछड़ो को मारकर खा जाते है.
इस गौशाला पर पहले 14 बछड़े थे. लेकिन तत्काल मे 9 बचे है. दो बीमारी से मर चुके है. तीन को रात मे जानवर काटकर मार दिये है. वहाँ के लोगो का कहना है कि महीनो पहले गौशाला के लिए बाऊँड्री बनाने के गढ्ढा खोदा गया है. लेकिन आजतक बाऊँड्रीवाल नही बना है. अगर बाऊँड्रीवाल बनी होती तो शायद पशुओ का यह दर्दनाक मौत नही हुयी होती.
वहाँ मवेशियो के देखभाल के लिए ऱखा गया प्रेमशंकर वर्मा का कहना है कि जानवरो द्वारा पशुओ के काटकर मारने की सूचना अधिकारियो को दी जाती है. अधिकारी आते है. पशुओ को गढ्ढे मे दफनाकर चले जाते है. बाऊँड्रीवाल के बारे मे केवल अश्वासन देकर चले जाते है. मजबूरी वश जगह नही होने के कारण अब मै पशुओ को रात मे बगल मे बने पानी टंकी के बाऊँड्री मे बाँधकर घर जाता हूँ. सुनसान जगह होने के कारण रात मे मै यहाँ नही रहता हूँ.