बलिया। ग्रामीणों की माने तो बांसडीहरोड थाना क्षेत्र के सुहवल गांव में रविवार को पुलिस की पिटाई से एक वृद्ध की मौत का मामला प्रकाश में आया है. इस घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस को शव उठाने से रोक दिया और प्रदर्शन करने लगे. लोगों के विराेध प्रदर्शन के बीच तनाव की स्थिति होने से गांव में कई थानों की फोर्स भी पहुंच गई. हालांकि पुलिस इसे स्वभाविक मौत बता रही है, जबकि मृतक के पुत्र व स्थानीय ग्रामीणों ने संवाददाता को बताया कि पुलिस द्वारा पिटाई से उसके पिता के मौत हुई है.
बताया जाता है कि बांसडीहरोड थाना क्षेत्र के सुहवल निवासी डंडे के सहारे चलने वाले वृद्ध कमलेश्वर मिश्र (85 वर्ष) एवं उनके पुत्र त्रिभुवन मिश्र गांव के समीप बगीचे में रविवार की शाम मौजूद थे. त्रिभुवन मिश्र के मुताबिक दो सिपाही बाइक से वहां पहुंचे और गांजा बेचने के आरोप में उसे मारने पीटने लगे. इसी बीच हस्तक्षेप करने पर उसके समीप बैठे उसके पिता कमलेश्वर मिश्र को भी पुलिस वालों ने उनके ही डंडे से पीटने लगे. त्रिभुवन मिश्र ने बताया पुलिस की पिटाई से उसके पिता की घटना स्थल पर ही मौत हो गई. उनकी मौत की भनक लगते ही बाइक सवार दोनों ही सिपाही मौके से भाग निकले.
पुलिस की पिटाई से मौत होने की खबर लगते ही सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण मौके पर जुट गए और प्रदर्शन करने लगे. मौत और लोगों के विरोध प्रदर्शन की सूचना पाते ही कई थानों की फोर्स समेत मौके पर क्षेत्राधिकारी अशोक कुमार सिंह, बांसडीह रोड थानाध्यक्ष करुणेश कुमार सिंह पहुंच गए. मृतक के पुत्र त्रिभुवन ने संवाददाता को बताया कि दो सिपाही वहां पहुंचे और पुलिस की पिटाई से उसके पिता की मौत हो गई.
मौके पर पहुंची पुलिस को ग्रामीणों ने शव उठाने से रोक दिया तो इसको लेकर घटनास्थल पर तनाव के हालात बन गए. इसके बाद मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियाें ने ग्रामीणों को समझाने की कोशिश की. कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए मौके पर प्रशासनिक अधिकारी भी पहुंचे और ग्रामीणों को समझाने की कोशिश किए. इसके बाद पुलिस ने कुछ स्थानीय नेताओं की मदद से मामला आखिरकार शांत करा लिया. ग्रामीणों की माने तो मृतक के पुत्र ने पुलिस को लिखित दिया है कि उन्हें शव का पोस्टमार्टम नहीं करवाना है. साथ ही किसी प्रकार की कोई कार्रवाई वे नहीं चाहते.
कमलेश्वर मिश्र की मौत स्वभाविक हुई है – करुणेश कुमार सिंह, थानाध्यक्ष, बांसडीहरोड, बलिया