ईश्वर के सभी 24 अवतार भारत भूमि पर ही हुए- डॉ० श्याम सुंदर पाराशर
दुबहर, बलिया. भृगु क्षेत्र बलिया में हो रहे श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ में शुक्रवार को भागवत कथा करते हुए अंतरराष्ट्रीय कथा व्यास डॉ० श्यामसुंदर पाराशर जी ने बताया कि भगवान के सभी 24 अवतार भारत भूमि पर ही हुए हैं.
ठाकुर जी ने किसी अवतार में विश्व के अन्य देशों का चयन नहीं किया है. यही कारण है कि बैकुंठ धाम में रहने वाले देवता अगर भारत भूमि पर जन्म लेने के इच्छुक होते हैं. यह धरती देवभूमि है, क्योंकि यहां सभी देवताओं का अवतार हुए हैं.
राष्ट्रीय राजमार्ग 31 तिराहे से जनेश्वर मिश्रा सेतु ही एप्रोच मार्ग के किनारे चल रहे लक्ष्मी प्रपन्न जीयर स्वामी के चतुर्मास के अंतिम दिनों में व्यासपीठ से बैकुंठ नाथ का चरित्र चित्रण करते हुए डॉ० श्यामसुंदर पाराशर जी ने अपनी कई भजन- गीतों की प्रस्तुति कर लोगों को खूब झूमाया. उन्होंने भागवत कथा के अंतर्गत गुरुजी का अनोखे ढंग से चरित्र- चित्रण किया.
डॉ० पराशर जी ने बताया कि भारत भूमि की विशेषता है कि यहां बैकुंठ नाथ है. दुनिया के तपस्वी संत भारत में ही निवास करते हैं. सुखदेव जी महाराज बैकुंठ नाथ की कथा जब-जब सुनाया है वह भारत की भूमि ही रही है.
शुक्रवार को यज्ञ स्थल पर आहूति देने और यज्ञ मंडप का परिक्रमा करने का आज तीसरा दिन था। भारी संख्या में भक्तजनों ने कड़ी धूप में परिक्रमा दिनभर करते रहे. भारी भीड़ को देखते हुए पुलिस ने एप्रोच मार्ग पर वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया था. महिलाओं की अपार भीड़ देखने को मिली.
देरशाम राम कथा ब्यास कृष्णचंद ठाकुर जी ने सुनाया. सुबह में स्वामी मुक्तिनाथ जी अपने अमृतमय ज्ञान कथा से श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया. इस मौके पर पं० अश्वनी कुमार उपाध्याय, कमलेश सिंह, रणधीर सिंह, जवाहरलाल पाठक, चीक्कू सिंह, विमल पाठक, डॉ० बृकेश पाठक, मनीष पाठक, राधेश्याम पाठक, संजय पांडे, नितेश पाठक, धीरज यादव, रघुनाथ प्रसाद, हरेराम शर्मा, सुशील पांडे, कुटकुट मिश्रा, रामजी पांडे, मनोज पाठक, अजय पांडे आदि मौजूद रहे.
(बलिया से केके पाठक की रिपोर्ट)