

बैरिया (बलिया)। ब्लाक मुख्यालय पर तीसरे दिन शुक्रवार को भी रोजगार सेवकों ने तालाबन्दी रखा. किसी भी अधिकारी अथवा कर्मचारी को कार्यालय में घुसने नहीं दिया. बल्कि आज तो रोजगार सेवकों ने अपने मानदेय का ब्लाक एकाउन्टेन्ट, मनरेगा एकाउन्टेन्ट व सम्बन्धित अधिकारियों की मिलीभगत से लगभग आठ लाख रुपये की घपलेबाजी का आरोप लगाया.
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इसके लिए उनका तर्क है कि बलिया जिले के किसी भी ब्लाक में रोजगार सेवकों का मानदेय 18 महीने का बाकी नहीं हैं. केवल बैरिया ब्लाक में ही बाकी है. बैंक का स्टेटमेन्ट दिखाते हुए कहा कि पहली अप्रैल 2015 से 29 सितम्बर 2016 तक मनरेगा के कंटीजेंसी के लगभग 16 लाख रुपये आया है. जिसमें आठ लाख रुपये तो मनरेगा कर्मचारियों के वेतन में भुगतान किया गया. शेष आठ लाख उनके वेतन का है. जिसका कोई हिसाब नहीं मिल रहा है. आखिर वह धन गया तो गया कहां.
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रोजगार सेवकों के इस आरोप के बाद ब्लॉक पर हड़बड़ी सी स्थिति उत्पन्न हो गई. इस बाबत खण्ड विकास अधिकारी अवधेश कुमार से जब पूछा गया तो वह डोंगल की गड़बड़ी व अपने चार्ज के बाबत बात करते रहे. कोई स्पष्ट उत्तर नहीं दे सके. रोजगार सेवकों ने इस मामले में जिलाधिकारी को हस्तक्षेप करते हुए मामले की जांच व मानदेय की तत्काल भुगतान की मांग की. अन्यथा की स्थिति में 13 अक्टूबर से धरना को बेमियाद अऩशन में तब्दील करने की चेतावनी भी दी. इस अवसर पर अभिषेक कुमार सिंह, अरविन्द कुमार वर्मा, मनोज यादव, मिथिलेश यादव, चन्द्रेश सिंह, विकेश सिंह, सुनील यादव, धनजी, अशोक वर्मा, लक्ष्मण सिंह आदि रोजगार सेवक रहे.
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