


सिकंदरपुर, बलिया. थाना क्षेत्र के बघुड़ी गांव में 6 दिन पहले खाना बनाते समय रसोई गैस के रिसाव से हुई आग लगने की घटना में बुरी तरह से झुलसे 23 वर्षीय नितिन राजभर व अखिलेश्वरी देवी (50) की रविवार को गोरखपुर के मेडिकल कालेज में इलाज के दौरान मौत हो गई.
मौत की सूचना से जहां परिवार वालों में कोहराम मच गया है वहीं गांव में शोक की लहर दौड़ गई है. इसके बाद से गांव में तनाव की स्थिति होने की तेज चर्चा है. यह भी चर्चा है कि पीड़ित पक्ष के समर्थक धरना पर भी बैठ सकते हैं, जिसके मद्देनजर प्रशासन द्वारा गांव के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती की गई है. साथ ही तहसीलदार श्रवण कुमार राठौड़, थाना प्रभारी राजेश यादव एवं चौकी प्रभारी मालदह औरंगजेब खान प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बघुड़ी पहुंच कर पूर्व एवं वर्तमान प्रधानों व प्रतिष्ठित लोगों के साथ बैठक कर शांति ब्यवस्था बनाये रखने के उपायों के बारे में वार्ता कर रहे हैं. मौजूद रहने वालों में ग्रामप्रधान बघुड़ी राजेश कुमार वर्मा, प्रधान हरनाटर राजेश कुमार उर्फ टुनटुन राय, पूर्व ग्राम प्रधान हरदिया नीरज पाण्डेय आदि रहे.

बता दें कि पिछले बुधवार को सुबह खाना बनाते समय गैस के रिसाव के कारण सिलिन्डर व पाइप में आग पकड़ लिया था, जिसकी चपेट में आ कर अखिलेश्वरी देवी, नितिन कुमार व राहुल कुमार बुरी तरह से झुलस गए थे. दुर्घटना के बाद मौके पर एकत्रित गांव वासियों के सहयोग से परिवार वालों ने इलाज हेतु तीनों को पहले सी एच सी सिकन्दरपुर ले गए जहां डाक्टर द्वारा प्राथमिक उपचार के पश्चात रेफर के बाद पहले जिला असपताल और बेहतर इलाज हेतु गम्भीर स्थिति में वहां से उन्हें गोरखपुर ले जा कर मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया था. जहां लगातार पांच दिनों तक इलाज और डॉक्टरों के अथक प्रयास के बावजूद रविवार की देर शाम को अखिलेश्वरी देवी व नितिन कुमार ने दम तोड़ दिया.
(सिकंदरपुर से संवाददाता संतोष शर्मा की रिपोर्ट)