पत्नी क्वीन नहीं बन पाती है, मगर बेटी प्रिंसेस हमेशा रहती है

फेसबुक पर किसी का पोस्ट था कि लाख तपस्या के बावजूद एक पति के लिए उसकी पत्नी क्वीन कभी नहीं बन पाती है, मगर एक पिता के लिए उसकी बेटी प्रिंसेस हमेशा रहती है. शायद यही वजह है कि पिता के लिए बेटियों के दिल में हमेशा एक विशिष्ट स्थान रहता है.

फादर्स डे पर विशेष

aditi-ballia
मां पहली पाठशाला है तो पिता पहला आदर्श – अदिति
बलिया की अदिति ने फादर्स डे पर कुछ अंदाज में अपने विचार रखे – कठिन डगर पर सही राह दिखाते हैं पिता. जीवन में जब हमें ऐसा प्रतीत होता है कि हमारे लिए सारे रास्ते बंद हो गए हैं तो उस समय पिता की एक सीख हमें अपनी मंजिल की ओर बढने में मदद करती है. अगर मां पहली पाठशाला है तो पिता पहला आदर्श. एक बेटी के लिए पिता बहुत मायने रखता है.
anshu-pathak
घर चलाना मां सिखाती है, मगर घर बनाना पिता-अंशु
बलिया की ही अंशु पाठक ने कहा – घर चलाना मां सिखाती है, मगर घर बनाना पिता. लक्ष्य के शिखर तक पहुंचने के लिए पिता की मदद आवश्यक है. बिना उसके आपके एक कदम भी नहीं चल पाएंगे. बाकी रिश्तों में स्वार्थ ज्यादा मायने रखता है, मगर एक पिता के लिए उसकी बेटी का हित उसे आत्मिक संतुष्टी देता है.

This post is sponsored by ‘Mem-Saab & Zindagi LIVE’