बाढ़ पीड़ितों के बीच जिन्दगी और मौत से जूझता मरीज

बैरिया: दुबेछपरा रिंग बांध टूटने के बाद सैकड़ों लोग एनएच 31 पर शुघर छपरा से टेंगरहीं के बीच दुश्वारियों में जी रहे हैं. उनमें एक व्यक्ति इलाज से वंचित है. पत्नी के पास इलाज के लिए पैसे भी नहीं है.

वेसे तो शासन-प्रशासन के नुमाइंदों के साथ सामाजिक संगठनों का पूरे दिन मेला लगा रहता है. तहसील के गोपालपुर निवासी सविता देवी की कोई संतान नहीं है. करीब 15 माह पहले उसके पति लक्ष्मण राम(40) के छत से नीचे गिरकर उनकी कमर टूट गई.

सविता ने लोगों से मिले चंदा के भरोसे पति का इलाज बीएचयू में करवाया. डॉक्टरों ने ऑपरेशन की सलाह दी जो पैसे के अभाव मे नहीं हो पया. इसी बीच लक्ष्मण के कमर के नीचे का हिस्सा पूरी तरह बेकार हो गया है.

इन मुसीबतों के बीच रही सही कसर गंगा की कटान ने पूरी कर दी . बाढ़ के चलते पीड़ित दंपति एनएच पर शरण लिए है. आते जाते अधिकारियों और नेताओं को उम्मीद भरी नजरों से देखती है.

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