बैरिया(बलिया)। प्रदेश सरकार की महात्वाकांक्षी योजना जल संरक्षण के तहत संत सुदिष्ट बाबा के ऐतिहासिक पोखरे को जीर्णोद्धार के नाम पर तहस नहस कर दिया गया है. कहा जा सकता है कि भले ही जीर्ण हो चुका था यह पोखरा, लेकिन मौजूदा हालात से बेहतर था.
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कोटवां के ग्रामीणों का कहना है कि अधिकारी आए, पोखरा के जीर्णोद्धार की बात किए. खुशी हुई. जेसीबी लगा कर पहले की जीर्ण सीढियां तोड़ी गई. उसी ईंट से मानक को ताक पर रख कर एक तरफ खी 21 स्टेप सींढी बनाकर छोड़ दिया गया. हालात यह है कि एक तरफ से महाविद्यालय का दीवार के कभी भी जमींदोज होने का खतरा बना है. बरसात में बिखरी मिट्टी बह सकती है. सपा नेता अजय सिंह, धनंजय सिंह, छात्र नेता संतोष सिंह, शैलेश सिंह आदि ने धार्मिक महत्व वाले सुदिष्ट बाबा के पोखरे पर हुए कार्य की जांच तथा अस्तीत्व समाप्त करने की कोशिश पर कार्यवाई की मांग जिलाधिकारी से की है.