


जिलाधिकारी को मिली सूचना पर तत्काल कार्यवाई करते हुए शीतगृह पर हुई छापे मारी
कालाबाजारी या क्रयकेन्द्र में गेहूँ खपाने की आशंका
सरकारी बोरे में मिले गेहूं, बोरा को लेकर सवाल
अपना गेहूं बताते हुए जुटे कई किसान, चल रहा जांच, स्टोर में रखा आलू, फिर यहीं किसानों का गेहूं क्यों

रेवती(बलिया)। थाना क्षेत्र के नारायणगढ़ शीतगृह में किसी की सूचना पर कि यहां कालाबाजारी के लिए सैकड़ों कुन्तल गेहूं छिपा कर रखा गया है. इस गेहूं को क्रयकेन्द्र पर भेजने या कालाबाजारी की आशंका व्यक्त की गई. जिलाधिकारी के निर्देश पर मंगलवार की शाम आठ बजे के लगभग जिलापूर्ति अधिकारी रेवती पुलिस के संग शीतगृह पर पहुंची. वहां पर सार्वजनिक वितरण के कार्य में प्रयुक्त होने वाले बोरों में तथा कुछ सामान्य बोरों मे सैकड़ों कुन्तल गेहूं मिला. छापामारी की खबर पर रात मे ही काफी किसान वहां पहुंच कर गेहूं को अपना गेहूं बताने लगे. जबकि वहां आशंका भ्रष्टाचार की व्यक्त की जा रही थी. देर रात हो जाने के चलते अधिकारी मालिक को सील कर इस सवाल के साथ कि गेहूं इस साल का है कि पुराना(सार्वजनिक वितरण का), गेहूं के सरकारी पैकेट इतनी मात्रा में कहां से और कैसे मिले, जो इस गेहूं को अपना बता रहे हैं, वह अपने खेत के कागजात व आवश्यक पत्रावली के साथ बुधवार को उपस्थित हो.
आज बुधवार को रेवती पुलिस के साथ आपूर्ति व विपणन विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई है. उपस्थित हुए किसानो से पूछताछ चल रही है. वहां पहुंचे काफी संख्या में किसानो के अतिरिक्त लोगों को पुलिस ने दूर हटा दिया है. शीतगृह के बाहर जमी भीड़ भ्रष्टाचार व लीपा-पोती की कार्यवाही का आरोप लगा रहे है. मौके पर उपस्थित रेवती पुलिस ने बताया कि अभी तो जांच चल रही है. जांच हो जाय तभी कुछ बताया जा सकेगा.