अधीक्षक की वार्ता विफल, दूसरे दिन शुरू हुआ बेमियाद अनशन

मुरलीछपरा(बलिया)।स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में व्याप्त भ्रष्ट्राचार व सारी सुविधा मुहैया कराने के लिए बुद्धवार को क्षेत्र के तीन युवाओ का क्रमिक अनशन शुरु हुआ था. जो दूसरे दिन आमरण अनशन में तब्दील हो गया. दूसरे दिन पूरे दिन कोई अधिकारी अधिकारियों का हाल जानने वहा नही पहुंचा. देर शाम अधीक्षक सीएचसी सोनबरसा विभागीय प्रतिनिधि के रूप में पहुंचे, एक घण्टे की लम्बी वार्ता तथा सीएमओ बलिया से टेलीफोनिक वार्ता कराने के बाद भी बात नहीं बन सकी. अनशनकारी अपनी मांग पर अड़े रहे.

अनशन का नेतृत्व कर रहे दुर्गविजय सिंह झलन ने बताया कि अस्पताल मे दवा का अभाव है. चौबिस घन्टे चिकित्सक नही रहते है. कुछ कर्मी शराब पीकर डियूटी पर आते है. अस्पताल मे जनरेटर है जो चलता नही है. अस्पताल की पारदर्शी व्यवस्था के लिए पूर्व मे कई बार सूचना अघिकार अधिनियम के तहत मागां गया था. लेकिन आज तक उपलब्ध नही कराया गया है. इससे परेशान होकर अस्पताल पर अनशन शुरु किया गया है. जब तक मांग पूरी नही होगी आन्दोलन चलता रहेगा. आमरण अनशन पर बैठने वालो मे बबलू मिश्र, रणधीर सिंह नन्हे, दुर्गविजय सिंह झलन हैं. उनके समर्थन मे छात्र नेता अंकुर पाण्डेय, ज्ञान प्रकाश पाण्डेय, अरविन्द यादव, मनीष यादव, भोला सिंह, राजू सिंह, पंकज सिंह, काशी पाण्डेय, धर्मेन्द्र सिंह, मनू तिवारी, आशिष सिंह, अकिंत सिंह, छोटू सिंह, सूरज उपाध्याय, शिवा सिंह, आशुतोष सिंह आदि मौजूद रहे.

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