पंडित दीनदयाल उपाध्याय किसान समृद्धि योजनान्तर्गत एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित

रसड़ा(बलिया)। पंडित दीनदयाल उपाध्याय किसान समृद्धि योजना के अंतर्गत क्षेत्रीय कर्मचारी एवं कृषकों के लिए एक दिवसीय जनपद स्तरीय प्रशिक्षण का आयोजन ऋषि भवन उपसंभाग रसड़ा के सभागार में किया गया. प्रशिक्षण में योजनान्तर्गत चयनित परियोजना क्षेत्र के कृषकों तथा भूमि संरक्षण अनुभाग के तकनीकी कार्मिकों के द्वारा प्रतिभाग किया गया. कार्यक्रम की शुरुआत में भूमि संरक्षण अधिकारी संजेश कुमार श्रीवास्तव ने उपस्थित कृषकों एवं क्षेत्रीय कर्मचारियों को योजना के बारे में बताया। योजना का उद्देश्य समझाते हुए बताया कि यह योजना किस प्रकार से जनपद के दर्शकों का उत्पादन एवं उत्पादकता को बढ़ाने में मदद कर सकेगा.
प्रशिक्षण के दौरान कृषि वैज्ञानिक डॉ वेदप्रकाश ने भूमि संरक्षण के कार्य के महत्व को रेखांकित करते हुए भूमि संरक्षण से संबंधित प्रमुख संरचनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी.
यह भी बताया कि समोच्यरेखीय और पेरिफेरल बन्ध के माध्यम से पर्याप्त मात्रा में जल का संचयन करने के साथ-साथ भूमि का भी संरक्षण होता है.
प्रशिक्षण कार्यक्रम के आयोजक भूमि संरक्षण अधिकारी संजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि भूमि संरक्षण की समस्त योजनाओं का ऑनलाइन एमआईएस और जियो टैगिंग कराया जा रहा है. इसके अतिरिक्त पारदर्शी किसान सेवा योजना, जिसके माध्यम से कृषकों को पारदर्शी तरीके से कृषि विभाग की सुविधाएं रही हैं, के बारे मेंं भी विस्तृत जानकारी दी. किसानों को आसानी से घर बैठे जानकारी मिल सके,इसके लिए विशेष मोबाइल ऐप के बारे में भी बताया. कहा कि किसान इससे बड़ी सुगमता से अपने पंजीकरण, वस्तुओं की मांग, अभिलेखों के सत्यापन की स्थिति, लाभ हेतु पात्रता के बारे में और डीबीटी की प्रगति घर बैठे जान सकते हैं. इससे कार्यालयों के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं होगी और कृषि विभाग के कर्मचारियों को भी जानकारी देने में आसानी हो जाएगी.
​कहा कि यदि इसके बाद भी किसी प्रकार की कोई समस्या विभागीय योजनाओं को प्राप्त करने में आती है तो उस के संदर्भ में विभागीय अधिकारियों के मोबाइल नंबर पर बात कर अपनी समस्या का निदान पाएं. उप संभागीय कृषि प्रसार अधिकारी सदर मनौवर अली ने किसान व क्षेत्रीय कर्मचारियों को पक्की संरचनाओं का नियोजन और उनकी उचित डिज़ाइन तैयार करने के गुर सिखाए. आवाह्न किया कि भूमि संरक्षण परियोजना क्षेत्रों में क्षेत्रोपचार के पश्चात फसलोत्पादन और वृक्षारोपण अनिवार्य रूप से कराया जाय. अवर अभियंता जितेंद्र कुमार ने भूमि संरक्षण योजनाओं के नियोजन में रखी जाने वाली सावधानियों को बताया.
कार्यक्रम में सहायक कृषि अधिकारी रसड़ा कमला राम, श्याम नारायण, पारस राम, दीनानाथ, जयप्रकाश, योगेंद्र, डॉ विनीत, डॉ अजय, राजकुमार, लालजी के साथ साथ परियोजना क्षेत्र के कृषक उपस्थित रहे.

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