

करनी पड़ी ग्राम पंचायत से नगर पंचायत बनने में साढ़े तीन दशक की लम्बी प्रतीक्षा
बैरिया (बलिया)। नवसृजित नगर पंचायत बैरिया में भी चुनाव की तैयारियां शबाब पर है. यद्यपि कि यहां किसी राजनैतिक दल ने अभी तक अपने प्रत्याशी की सार्वजनिक घोषणा नहीं की है. बावजूद इसके अंदर खाने की सूचनाओं से यहां के लोग लगभग जानकारी पा चुके हैं. प्रत्याशी व उनके समर्थक जनसंपर्क अभियान में जी जान से जुट गए हैं.
यहां यह बता दें कि अंग्रेजों के जमाने में बैरिया नगर पंचायत हुआ करता था. लेकिन आजादी के बाद इसे ग्राम पंचायत बना दिया गया. 80 के दशक के पूर्वार्द्ध से इसे नगर पंचायत बनाने की चर्चा जोर पकड़ ली. मंच पर के भाषण में बैरिया को नगर पंचायत बनाने की भाषणबाजी का दौर लम्बा चला. लगभग साढ़े तीन दशक के लम्बी प्रतीक्षा के बाद समाजवादी पार्टी के शासनकाल तथा विधायक जयप्रकाश अंचल के प्रयास से बैरिया को नगर पंचायत का दर्जा मिल ही गया. अब यह ग्राम पंचायत से बढ़कर नगर पंचायत हो गया है. चुनाव होना है. ऐसे में अध्यक्ष व सभासद बनने के अरमान लोगों में हिलोरे मार रहे हैं. अध्यक्ष व सभासद पद के संभावित दावेदार जनसंपर्क कर अपना पक्ष मजबूत करने के लिए दिन रात एड़ी चोटी एक किए हुए हैं.
यद्यपि के इस बार राजनैतिक पार्टियां अपना प्रत्याशी खड़ा कर रही हैं, और सिंबल पर चुनाव होने हैं. अभी तक किसी पार्टी ने अपना प्रत्याशी घोषित नहीं किया है. बावजूद इसके यहां अध्यक्ष पद की लड़ाई में तीन प्रत्याशी प्रमुख रूप से सामने आ चुके हैं. प्रत्याशियों की संख्या और भी बढ़ सकती है. यहां के प्रत्याशियों में सबसे पहले नाम आता है शांति देवी का.
शांति देवी विगत 2 बार से बैरिया ग्राम पंचायत की लगातार प्रधान रह चुकी हैं. यह पूर्व प्रधान व वरिष्ठ भाजपा नेता स्वर्गीय शिवदयाल वर्मा की धर्मपत्नी है. इनके बारे में खास यह है कि यह अब तक कोई चुनाव नहीं हारी है. यह पूर्व में एक बार ग्राम पंचायत सदस्य, एक बार क्षेत्र पंचायत सदस्य तथा दो बार प्रधान पद पर रह चुकी हैं. शांति देवी के पुत्र शिवकुमार वर्मा मंटन बैरिया की राजनीति में काफी सक्रिय रहते हैं. यह यहां की प्रमुख दावेदारों में मानी जा रही हैं. बैरिया नगर पंचायत के लिए भारतीय जनता पार्टी से उम्मीदवारी की शांति देवी सबसे प्रबल दावेदार बताई जा रहे हैं.
बैरिया में दूसरे प्रत्याशी के तौर पर पूनम सिंह का नाम सामने आ रहा है. पूनम सिंह बैरिया के संभ्रांत परिवार से हैं, तथा समाज सेवी हरि सिंह की धर्मपत्नी है. बैरिया की राजनीति में इस परिवार का अच्छा खासा दखल माना जाता है. पूर्व में 5 साल तक इनके परिवार में प्रधान का पद रह चुका है. समाजसेवी हरि सिंह, पीआर सिंह, मणिराम सिंह आदि परिवार के सदस्य अपने अपने अंदाज से जनसंपर्क अभियान में उतर चुके हैं.

इसी नगर पंचायत में अनीता यादव भी चुनावी समर में उतर चुकी हैं. अनीता यादव ओम प्रकाश यादव उर्फ लालू यादव की धर्मपत्नी है. लालू यादव पूर्व में पीजी कॉलेज दुबेछपरा में छात्र संघ के महामंत्री, जिला पंचायत सदस्य रह चुके हैं. समाजवादी पार्टी के पदाधिकारी है. यह समाजवादी पार्टी के टिकट के दावेदार हैं.
बैरिया नगर पंचायत के चुनाव में अभी और भी प्रत्याशी मैदान में उतर सकते हैं. जिनमे जलेश्वर सिंह की माताजी, उमेश सिंह की धर्म पत्नी तथा कमलेश वर्मा व धनन्जय सिंह के परिवार के नाम चर्चा में है.
इस बार पहली बार हो रहे बैरिया नगर पंचायत के चुनाव में 16 सभासदों का भी चुनाव होना है. ऐसे में हर वार्ड में सभासद पद के प्रत्याशी भी माहौल के तापमान को बढ़ाए हुए हैं.
उधर प्रशासन भी शांतिपूर्ण ढंग से चुनाव संपन्न कराने के लिए कमर कस कर तैयार है.आठ मतदान केन्द्रों के 32 बूथों पर अंतरिम मतदातासूची के मुताबिक कुल 21 हजार तीन सौ 67 मतदाता पहली बार नगर पंचायत अध्यक्ष व 16 सभासदों का चुनाव करेंगे. शांतिपूर्ण चुनाव सम्पन्न कराने के लिए अतिसंवेदनशील प्लस पांच, अतिसंवेदनशील तीन व अन्य को संवेदनशील घोषित किया गया है.
नगर पंचायत चुनाव के लिए जूनियर हाईस्कूल बैरिया पर छह, प्रावि बैरिया पर सात, प्रावि मिश्र के मठिया पर तीन, प्रावि जगदेवा ढाही पर चार, डाक्टर लोहिया उमा विद्यालय पर चार, बाबा लक्ष्मण दास द्वाबा राष्ट्रीय इन्टर कालेज पर चार, शहीद प्रावि बैरिया पर दो, प्रावि मिर्जापुर पर दो सहित कुल 32 बूथ आठ मतदान केन्द्रों पर बनाये गए हैं. इसमें अतिसंवेदनशील प्लस के श्रेणी में जूनियर हाईस्कूल बैरिया, प्रावि बैरिया, बाबा लक्षमण दास द्वाबा राष्ट्रीय इन्टर कालेज सहित पांच मतदान केन्द्र को अतिसंवेदनशील प्लस बनाया गया है. पहली बार यहा के मतदाताओं को नगर पंचायत का चुनाव के दौरान अपना मत देकर पहला अध्यक्ष व 16 सभासद का चयन करेंगें.