बलिया। स्वच्छ भारत मिशन के तहत गंगा किनारे 41 गांवों को ओडीएफ बनाने का अभियान तेज हो गया है. जिलाधिकारी ने पंचायत विभाग को निर्देश दिया कि 31 मार्च से पहले इन गांवों में शौचालयों के लक्ष्य की शत प्रतिशत पूर्ति हो जानी चाहिए. कहा, स्वच्छ रहना सबकी जरूरत है. मिशन में धन की कोई कमी नहीं है. आवश्यकता है सिर्फ ईच्छाशक्ति की.
शनिवार को विकास भवन सभागार में गंगा किनारे गांवों के सचिव, ब्लाक के एडीओ पंचायत व खण्ड प्रेरकों के साथ बैठक में जिलाधिकारी निर्देश दे रहे थे. बैठक से गायब रहने वाले दयाछपरा गांव के सचिव संजय सिंह के खिलाफ आरोप पत्र निर्गत कर अनुशासनात्मक कार्रवाई करने का निर्देश सीडीओ को दिया. जिलाधिकारी ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन आम जन के हित से जुड़ा है. स्वच्छ रहना सबकी जरूरत है. इस मिशन के कार्यों को गम्भीरता से लें. इस योजना में धन की कोई कमी नहीं है. सिर्फ ईच्छाशक्ति की आवश्यकता है.
बैठक में एमआईएस व निर्माण समीक्षा के दौरान जिन गांवों में प्रगति खराब मिली, वहां के सचिव को कड़ी फटकार का सामना भी करना पड़ा. जिलाधिकारी ने कहा कि 31 मार्च से पहले कार्य हर हाल में पूरा हो जाना चाहिए. अगल बगल के गांवों से भी मिस्त्री लगाकर कार्य में तेजी लाई जाए. एडीओ पंचायत भी अपने क्षेत्र के किसी न किसी गांव में प्रतिदिन रहकर कार्य पर नजर रखें और उसकी रिपोर्ट मुख्यालय को दें. दयाछपरा गांव में प्रगति भी बेहद खराब थी और वहां के सचिव संजय सिंह बैठक से भी गायब थे. इस पर नाराज डीएम ने निर्देश दिया कि सचिव के खिलाफ आरोप पत्र जारी कर कार्रवाई करें. बैठक में सीडीओ संतोष कुमार, डीपीआरओ राकेश यादव, डीपीसी शैलेश ओझा, सभी ब्लाक के एडीओ पंचायत व खण्ड प्रेरक मौजूद रहे.