गाजीपुर। जनपद के टीबी रोड के जिन जानलेवा गड्ढों में 8 दिन पूर्व ट्रक के पलटने से उसके नीचे दबने से जिस मासूम की जान गई थी, उसी की मां ने सामाजिक कार्यकर्ताओं संग गड्ढे में ईट के टुकड़े डाला. शासन प्रशासन की नाकामी कहें या जनप्रतिनिधियों की उदासीनता एशिया के सबसे बड़े गांव गहमर में 18 फरवरी को भूसी लदे ट्रक के गड्ढे में पलटने से एक मासूम की जान जाने के बाद भी आज तक गड्ढे नहीं पाटे जाने से नाराज समग्र विकास इंडिया के कार्यकर्ताओं ने अनूठी पहल करते हुए तगारी व खचियां में गिट्टी व कुछ ईट के टुकड़े लेकर गड्ढों में डाला, जिनका सहयोग दुर्घटना में मृत सात वर्षीय राजकुमार की मां रमावती ने भी किया.
रोते हुए रमावती ने कहा जानलेवा गड्ढों में और किसी का बच्चा काल के गाल में ना जाए और किसी के मां की कोख सुनी ना हो. समग्र विकास इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष ब्रज भूषण दुबे ने कहा संसद में यह कह कर अरे गाजीपुर सहित पूर्वांचल के लोग गोबर खाते हैं, सभी को चौंका देने व पटेल कमीशन की स्थापना कराने वाले दिवंगत सांसद विश्वनाथ गहमरी के गांव के सड़क इतनी उपेक्षा क्यों. आखिर कितनी जाने और जाएंगी तब शासन और प्रशासन की आंखें खुलेगी. उन्होंने लोगों का आह्वान करते हुए कहा यदि लोग अपने हाथ में एक-एक ईंट का टुकड़ा लेकर आएंगे तो खूनी गड्ढे पाट दिए जाएंगे. उन्होंने यह भी कहा कि जिस प्रकार का आक्रोश लोगों ने ट्रकों को जलाने व तोड़फोड़ करने में दिखाया उसका सकारात्मक पक्ष अपनाते हुए वह लोग जनप्रतिनिधियों का हाथ क्यों नहीं पकड़ते? उनका चुप रहना ही माननीयों को निरंकुश बना रहा है.
जिला पंचायत सदस्य मनीष सिंह बिट्टू ने कहा कि जिन लोगों ने दुर्घटना होने के बाद तोड़ फोड़ व अराजकता किया है हम उनके पक्षधर नहीं हैं किंतु जो लोग रास्ता चलते वहां खड़े हो गए थे तथा कहीं अन्यत्र थे उनको भी पुलिस वांछित कर रही है, जिसके लिए चुप नहीं बैठा जाएगा. जिला प्रशासन को 5 दिन का समय गड्ढा पाटने के लिए दिया गया. ऐसा ना होने पर गड्ढों में लेटकर सत्याग्रह करने की चेतावनी दी गई. उक्त अवसर पर आनंद मोहन, नागेंद्र यादव, डॉ. छोटे लाल सिंह, सामाजिक कार्यकर्ता अनूप मिश्रा, कमलेश राम, सत्य प्रकाश उपाध्याय, रमेश राम, इमरान भारतीय, अजीत कुमार सिंह, राकेश यादव आदि उपस्थित रहे.