सरकार बनने के बाद पहली कैबिनेट बैठक में किसानों का ऋण माफ होगा, युवाओं को रोजगार मिलेगा, वह भी अपने जनपद में, अखिलेश, राहुल, मायावती पर खूब कसे तंज. इलाहाबाद सभा स्थल से आलोक श्रीवास्तव
यूपी में विधानसभा चुनाव के सात चरणों में से तीन चरण पूरे हो चुके हैं. चौथा चरण 23 फरवरी को है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इलाहाबाद के 12 , प्रतापगढ़ के 7 और कौशाम्बी के 3 विधानसभा क्षेत्र के उम्मीदवारों के प्रचार के सिलसिले में सोमवार को इलाहाबाद में थे. बाराबंकी की सभा में गोद लिया बेटा हूं, बोल चुके हैं. फतेहपुर में हिन्दू- मुस्लिम कार्ड का दांव भी लग चुका है, सूबे की कानून व्यवस्था और मुख्यमंत्री के कार्यप्रणाली को भी जनता के सामने उठाया जा चुका है. शौचालय और गैस सिलिंडर का भी मुद्दा विभिन्न सभाओं में उठा चुके हैं. मायावती और राहुल पर भी तंज कसे जा चुके हैं. लगभग-लगभग सारे मुद्दे रखे जा चुके हैं और दांव लगाए जा चुके हैं.
अब उसे दोहराया ही जायेगा. लेकिन मोदी अच्छे वक्ता हैं, जनता को बांधे रखने में माहिर हैं, उनके पास शब्दों का भंडार है और भारी भरकम संगठन की टीम है, सो भीड़ जुटनी स्वाभाविक है. देखना ये है कि यह भीड़ वोट में बदल पाती है या नहीं. मोदी इलाहाबाद में थे इसलिए इस शहर को याद करना नहीं भूले.
क्या कहा नरेंद्र मोदी ने
- इलाहाबाद प्रधानमंत्रियों को पैदा करने वाली धरती है. जय जवान, जय किसान का नारा देने वाले लाल बहादुर शास्त्री को याद किया, अन्य किसी भी प्रधानमंत्री को नहीं. क्योंकि शास्त्री जी के नाती सिद्धार्थनाथ सिंह शहर पश्चिमी से उम्मीदवार हैं.
- इलाहाबाद ही वह धरती है जहां से यूपी का भाग्य निर्धारित होता है.
- 11 मार्च को परिणाम आएगा. इसके बाद कैबिनेट की पहली बैठक में किसानों का ऋण माफ़ होगा.
- सरकार गठन के बाद भूमाफिया पर लगाम कसने के लिए एसटीएफ का गठन होगा, भूमाफिया को दिन में भी तारे नजर आएंगे.
- हम पुलिस वालों को भी सुरक्षा देंगे. नेताओं का काम करने के लिए थाने नहीं होते. हम उत्तम काम करेंगे.
- 2014 मई से पहले सुनते थे SCAM INDIA अब सुनते हैं SKIL INDIA.
- रास्ता पहले दिन से गलत पकड़ लिया, यदि सरदार पटेल देश के प्रधानमन्त्री होते तो बात कुछ और होती.
- तीन चरणों के बाद अब भाजपा और अपना दल सरकार बनाने के लिए आगे बढ़ रहा है. कांग्रेस, सपा और बसपा इज्जत बचाने के लिए चुनाव लड़ रहे हैं.
- अखिलेश यदि आपका काम बोलता है तो हाईकोर्ट को क्यों बोलना पड़ता है, आपका सिर्फ कारनामा बोलता है.
- कानून-व्यवस्था, शिक्षा, स्वच्छता सभी में यूपी सबसे निचले पायदान पर है.
- आप हमें 5 साल का मौका दें हम हालात बदल देंगे.
- दवाइयों के दाम कम करवाए, महिलाओं को सिलिंडर दिलवाए, शौचालय बनवाने की व्यवस्था करवाई, सड़कों का लगातार विस्तार हो रहा है. केंद्र जो पैसा देता है, उसका एक तिहाई भी राज्य सरकार खर्च नहीं कर पाती, ऐसी स्थित में सुशासन कहां से देगी.