गाजीपुर। सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने शुक्रवार की सुबह जहूराबाद सीट से अपना नामांकन किया. उन्होंने दो सेट में नामांकन पत्र जमा किया. नामांकन के लिए वह रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा के साथ उनके संसदीय कार्यालय, सिद्धेश्वर नगर से कलेक्ट्रेट के लिए चले. नामांकन स्थल पर भी राजभर के साथ सिन्हा भी रहे, लेकिन समयाभाव के कारण वह जल्द बाहर निकल आए.
इस मौके पर मीडिया से बातचीत में रेल राज्य मंत्री ने दावा किया कि भाजपा-सुभासपा गठबंधन पूर्ण बहुमत से सरकार बनाएगा. उन्होंने प्रदेश की सपा सरकार पर हमला करते हुए कहा कि इस काल में सरकारी भर्तियों में घोर बेईमानी हुई है. जाति विशेष के लोगों को नौकरी मिली है. भाजपा-सुभासपा गठबंधन की भावी सरकार इस पूरे मामले की जांच करा कर योग्य बेरोजगार युवकों को मौका दिलाएगी. साथ ही प्रदेश भर में कुल छह एम्स, 25 मेडिकल कॉलेज सहित कई इंजीनियरिंग व पालिटेक्निक कॉलेज भी खोले जाएंगे.
उनका कहना था कि मौजूदा वक्त में कानून-व्यवस्था भी रसातल में चली गई है. उनकी गठबंधन की सरकार इसे दुरुस्त करेगी. 90 लाख बेरोजगारों को रोजगार देने का भी लक्ष्य रखा जाएगा. किसान बीमा योजना का समुचित संचालन होगा. इस मौके पर भाजपा जिलाध्यक्ष भानुप्रताप सिंह, कृष्णबिहारी राय, नगर पालिका चेयरमैन विनोद अग्रवाल, मंगला सिंह, नरेंद्र नाथ सिंह, सिद्धार्थ राय, योगेश सिंह, शशिकांत शर्मा, संजय चौरसिया आदि भी थे.
इसी क्रम में सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने भी मीडिया से बात की और कहा कि – प्रदेश में सुभासपा-भाजपा गंठबंधन की सरकार गुंडाराज तथा भ्रष्टाचार खत्म करेगी. अलग पूर्वांचल राज्य बनेगा. उन्होंने कहा कि उनका गठबंधन प्रदेश में कम से कम 300 सीटों पर जीत दर्ज कराएगी. बाहुबलियों (अंसारी बंधुओं) के सवाल पर उनका कहना था कि बसपा दगी कारतूस है. जिसे कहीं और ठिकाना नहीं मिल रहा वह बसपा के हाथी की सवारी कर रहा है. उधर, जखनियां सीट के लिए भासपा उम्मीदवार त्रिवेणी राम ने भी पर्चा दाखिल किया. उनके साथ पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष बृजेश सिंह काकन वगैरह थे.
ओमप्रकाश के लिए प्रस्तावक बने भाजपा नेता
सुभासपा संग गठबंधन धर्म निभाने के लिए भाजपा नेता भी सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर के नामांकन में प्रस्तावक की भूमिका निभाए. उनमें जहूराबाद से पार्टी के टिकट के दावेदार रहे जितेंद्र नाथ पांडेय, नरेंद्र नाथ सिंह, ओमप्रकाश अकेला, संजीव कुमार जायसवाल, जयप्रकाश राजभर प्रमुख थे. उनके अलावा सुभासपा नेता देवेंद्र सिंह, भीम कुमार गुप्त, दीनानाथ ठाकुर, शालिक यादव, धनंजय चौबे, धीरज तिवारी, रामजी राजभर, शैलेश राजभर, पवन कुमार, अरविंद राजभर, दीनानाथ राजभर, जयराम राजभर, हरेंद्र राजभर, दीपक कुमार, शैलेंद्र राजभर आदि उपस्थित थे.