लखनऊ। उत्तर प्रदेश भाजपा महिला मोर्चा अध्यक्ष स्वाति सिंह को भाजपा ने लखनऊ की सरोजनी नगर सीट से पार्टी का उम्मीदवार बनाया है. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने सोमवार को इसकी घोषणा की. उधर, अखिलेश सरकार में मंत्री शारदा प्रताप शुक्ला भी सोमवार को इसी सीट से पहुंचे पर्चा भरने, सपा ने शारदा प्रताप को टिकट नहीं दिया है, वे सरोजनीनगर से निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे.
इसी क्रम में सपा प्रत्याशी व मुलायम की बहू अपर्णा यादव ने सोमवार को लखनऊ कैंट से पर्चा भरा, इस मौके पर उनके पति प्रतीक यादव भी मौजूद रहे. रीता बहुगुणा जोशी से मुकाबले पर अपर्णा यादव ने कहा, रीता की आइडियोलॉजी ही तय नही, मुझे तो अखिलेश भइया का आशीर्वाद है. मालूम हो कि भाजपा प्रत्याशी बृजेश पाठक मेयर दिनेश शर्मा के साथ नामांकन करने पहुंचे थे.
आपको बता दें कि पिछले साल ही मौर्य ने स्वाति सिंह को टिकट देने के संकेत दे दिए थे. उन्होंने कहा था कि अगर जरूरत पड़ेगी तो वह स्वाति को विधानसभा चुनाव में पार्टी की ओर से प्रत्याशी बनाने पर विचार करेंगे. यह बयान देने के कुछ दिन बाद ही भाजपा ने स्वाति को उत्तर प्रदेश में महिला मोर्चा का अध्यक्ष नियुक्त कर दिया था.
उल्लेखनीय है कि दयाशंकर सिंह को बीएसपी प्रमुख मायावती के खिलाफ विवादित टिप्पणी करने के आरोप में भाजपा से निकाल दिया गया था. हालांकि बाद में दयाशंकर ने अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांगी थी और कहा था कि मायावती बड़ी नेता हैं. मैं अपनी टिप्प्णी के लिए क्षमा प्रार्थी हूं.
अपने बयान के कारण दयाशंकर को जेल भी जाना पड़ा था. दयाशंकर के बयान के बाद सूबे की राजनीतिक में भूचाल आ गया था और बीएसपी ने भाजपा और दयाशंकर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था. प्रदर्शन के दौरान बीएसपी के कुछ नेताओं ने भी दयाशंकर के परिवारवालों के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी जिसके बाद स्वाति सिंह ने जिस दमदार तरीके से बीएसपी पर पलटवार किया था और आक्रामक रुख अपनाया था, उससे लग रहा था कि भाजपा उनका इस्तेमाल उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों में करेगी. मालूम हो कि दयाशंकर सिंह के जेल जाने के बाद स्वाति सिंह मीडिया के समक्ष आयी और बीएसपी को घेरने का काम किया.