लवकुश सिंह
सिताबदियारा (बलिया)। जेपी के गांव सिताबदियारा से पटना तक के लिए अभी हाल ही में परिवहन निगम की बस सेवा चालू की गई थी. यह बस सिताबदियारा ही नहीं, यूपी सीमा के लोगों के लिए भी एक वरदान थी. सभी लोग इस बस सेवा से बेहद खुश थे, तभी बाढ़ आई और यह बस बंद कर दी गई. यहां के निवासी बताते हैं कि तब यह कहा गया कि बाढ़ खत्म होने के बाद इसका परिचालन पुन: शुरू हो जाएगा, किंतु यहां चार दिन चांदनी, फिर अंधेरी रात वाली कहावत चरितार्थ हो गई. लोग इंतजार करते रह गए, किंतु वह बस बाढ़ के बाद आज तक सिताबदियारा नहीं पहुंची. यहां यात्री परेशान हैं, किंतु उनकी सुनने या पीड़ा को महसूस करने वाला कोई नहीं है.
इस गांव के निवासी रामबिहारी सिंह, मनीप्रताप सिंह, बिटू सिंह आदि ने बताया कि यह सब परिवहन निगम के अधिकारियों की मनमानी का नतीजा है. जेपी के गांव की उपेक्षा करने से उन्हें थोड़ा भी परहेज नहीं है.
सीएम से की थी मांग, तब मिली थी बस
सिताबदियारा से पटना तक परिवहन निगम की बस चलाने की मांग यहां के लोगों ने सीएम नीतीश कुमार से की थी. उसी के बाद यह सेवा शुरू की गई थी. वह बस हर दिन सुबह छह बजे सिताबदियारा से खुलती थी. उसके परिचालन से सभी के राह आसान हो चले थे. नौकरी-पेशा से लेकर अन्य कार्यों से जुड़े लोग हर दिन इसी बस से अपनी यात्रा करते थे, किंतु विभागीय मनमानी के आगे किसी की नहीं चली.
सीएम को लिखेंगे पत्र
परिवहन निगम की बस के बंद होने से खफा सिताबदियारा वासी संयुक्त रूप से सीएम को एक पत्र लिखेंगे. इस गांव के लाला टोला में स्थित जेपी फाउंडेशन के सचिव आलोक कुमार सिंह ने कहा कि उक्त बस की सेवा शीघ्र बहाल नहीं की जाती तो वह सिताबदियारा की ओर से एक शिकायती पत्र मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी भेजेंगे.