बलिया. असलहा व्यापारी नंदलाल गुप्ता के अंतिम यात्रा में शामिल होने के उपरांत आल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन पार्टी के प्रदेश संयुक्त सचिव मोहम्मद शमीम खान ने असलहा व्यापारी नंदलाल गुप्ता की आत्महत्या पर कहा कि यह आत्महत्या नहीं बल्कि अप्रत्यक्ष रूप से नंदलाल गुप्ता की हत्या की गई है, घटना से पूरे उत्तर प्रदेश का व्यापारी स्तब्ध हैऔर भय का माहौल है.
व्यापारी की आत्महत्या प्रकरण की सीबीआई जांच हो-शमीम खान यह घटना अपने पीछे कई सवाल खड़े करती हैं, बलिया सहित पूरे प्रदेश में सूदखोरों का गिरोह सक्रिय है, इन्होंने बहुत बड़ा जाल बना रखा है एक बार अगर कोई सीधा साधा आदमी या व्यापारी उसमें फंस जाता है तो पूरी जिंदगी उससे बाहर नहीं निकल पाता और अपना सब कुछ गंवा देता है,बैंकिंग प्रणाली को सुधारने की जरूरत है,अगर कोई बैंक आसानी से किसी को कर्ज दे दे तो उन्हें उनको सूदखोरों से लेने की जरूरत क्या है, हम इस पूरे घटना की सीबीआई जांच की मांग करते हैं,ताकि इसके पीछे जो छुपे हुए बड़े चेहरे हैं वह बेनकाब हो सक.
मुख्यमंत्री योगी से मांग करते हैं इस तरह का गिरोह चलाने वाले लोगों पर गैंगस्टर के साथ-साथ बुलडोजर की कार्रवाई भी होनी चाहिए, ताकि पूरे उत्तर प्रदेश में एक मैसेज जाए की बाबा सबके साथ न्याय करते हैं.इस अवसर पर पूर्व पूर्वांचल के सचिव कालिका प्रसाद,जिला संगठन प्रभारी मोहम्मद नसीम खान, जिला प्रमुख महासचिव महताब आलम, जिला सचिव फरीद अहमद मुराद, जिला संगठन मंत्री मुदस्सीर अंसारी इत्यादि लोग मौजूद रहे.
आत्महत्या मामले में बारह पर प्राथमिकी दर्ज
बलिया.कोतवाली थाना क्षेत्र के स्टेशन मालगोदाम रोड पर स्थित बलिया आर्म्स कारपोरेशन के संचालक नन्दलाल गुप्ता ने सूदखोरों से परेशान होकर मंगलवार की दोपहर फेसबुक लाइव करके खुद को गोली मार ली थी. मृतक व्यापारी की पत्नी मोनी गुप्ता ने बुधवार को कोतवाली पुलिस को लिखित तहरीर दी है. तहरीर के आधार पर पुलिस ने बारह नामजद, 4-5 अज्ञात लोगो पर तथा कानपुर की दो फर्मो के विरुद्ध 306, 420,406 व 506 के तहत प्राथमिकी दर्ज कर लिया है.
मोनी गुप्ता ने जिले के बारह नामी व 4-5 अज्ञात लोगों के नाम लिखते हुए तहरीर में लिखा है कि मेरे पति ब्याज पर कर्ज लिये थे और लिया गया सारा कर्ज चुका भी दिये थे.मृतका की पत्नी ने दो दो नामी लोगों का नाम लिखते हुए लिखा है कि इसी बीच जबरदस्ती जान से मारने की धमकी देते हुए एक फरवरी को स्थित आवासीय भूमि फर्जी तरिके से बिना पैसा दिये हुए रजिस्ट्री करा लिये. सभी लोग जबरदस्ती मेरे पति से पूरा कर्ज चुकाने के बाद भी पुनः पैसे की मांग कर रहे थे जिसके कारण काफी दिनो से मानसिक दबाव व तनाव में चल रहे थे.
कानपुर की दो फर्मो का नाम लेते हुए लिखा है कि व्यापारिक देन में लगभग 50 लाख रुपये दिये थे लेकिन दोनों फर्मो से काफी आग्रह करने के बाद भी दोनों फर्मो ने बकाया वापस नहीं किया. इन सभी कारणो एवं परिस्थितियो की वजह से काफी तनाव में होने के कारण पिस्टल से गोली मारकर आत्म हत्या कर लिये .
बलिया आर्म्स कारपोरेशन के संचालक का शव पुलिस ने बुधवार की देर शाम को ही परिजनों को सुपुर्द कर दिया.जिनका अन्तिम संस्कार करने के लिये परिजनों, रिश्तेदारों व शुभचिंतकों ने गुरुवार को प्राथमिकी दर्ज होने के बाद गंगा घाट लेकर गये.