शहीद जवान रामप्रवेश यादव की पांचवीं पुण्य तिथि पर पत्नी ने कहा- सरकार ने वादा नहीं किया पूरा

बेल्थरारोड, बलिया. आतंकियों के शिकार एसएसबी 14 बटालियन में तैनात शहीद जवान रामप्रवेश यादव की पांचवीं पुण्य तिथि मंगलवार को उनके पैतृक ग्राम में बने शहीद स्थल पर मनायी गयी.

 

वक्ताओं ने कहा कि जम्बू के जिला रामवन के बनिहाल पट्टी स्थल पर में एसएसबी 14 बटालियन का शिविर कैप लगा हुआ था. सूचना है कि 20 सितम्बर 2017 दिन बुधवार की शाम करीब 7 बजे घात लगाये आतंकियों ने ड्यूटी से वापस कैम्प पर जा रहे जवानों पर एकाएक गोलाबारी कर दी जिसमें बलिया का दूसरा जवान रामप्रवेश यादव की मौके पर ही मौत की नीद में चला गया.

 

आगे वक्ताओं ने कहा कि देश की रक्षा में बलिया बागी के लाल शहादत खाली नही जायेगी. शान के साथ भारत के तिरंगे के लिए गर्व के साथ रामप्रवेश यादव का नाम लिया जाता रहेगा. बलिया के इतिहास में रामप्रवेश यादव का नाम भी शहीदों की सूची में जुड़ गया.

 

समारोह का शुभारम्भ शहीद सैनिक रामप्रवेश यादव के द्वय नाबालिंग पुत्र आयुष कुमार व आशीष कुमार ने ध्वजारोहण करके किया. तत्पश्चात शहीद के सम्मान में राष्ट्रीय गान भी गाया गया. शहीद की पत्नी चिन्ता देवी ने शहीद स्थल पर दीप का प्रज्वलन किया, फिर शहीद की मूर्ति पर माला पहनाकर फूल चढ़ाकर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित किया। इनके अलावे शहीद की मां विद्यावती देवी, पिता रामबचन यादव, भाई सुनील यादव व गोल्डेन यादव ने फूल माला चढ़ा कर अपनी शोक श्रद्धांजलि अर्पित किया। इसी क्रम में जिला पंचायत सदस्यों में दिनेश यादव फौजी, चन्द्रभान राम, हरेराम यादव, प्रधान प्रतिनिधि महेश यादव, ग्राम प्रधान आशुतोष यादव एडवोकेट, प्रवीण नारायण गुप्ता, अवधेश कुमार यादव, प्रभाकर पाण्डेय, अतुल यादव, रीतेश सिंह, भ0पू0 कैप्टन मोतीचन्द यादव, विट्टू बाबा, अतुल यादव पिंकू, बीरेन्द्र यादव, सेवा निवृत सुबेदार मेजर सुरेश यादव, सेवा निवृत सुबेदार मेजर रमाकान्त यादव, गनेश यादव, संजय यादव आदि ने शहीद की मूर्ति पर माला पहनाकर शहीद रामप्रवेश यादव का भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित किया.अध्यक्षता कवि रामकृपाल यादव तथा संचालन मृत्यंजय शुक्ला ने किया.

 

ज्ञातब्य है कि इस घटना से एक सप्ताह पूर्व बांसडीह में विद्याभवन नरायण पुर निवासी विजेन्द्र बहादुर सिंह जम्बू में शहीद हो गये थे.

 

आंखों में आंसू लिये मीडिया से बोली शहीद की पत्नी सरकार ने वादा पूरा नहीं किया

बेल्थरारोड. शहीद रामप्रवेश यादव की पत्नी चिन्ता देवी ने आंखों में आंसू लिये मीडिया से बोली मुझे गर्व है कि मैं शहीद सेना के जवान की विधवा पत्नी हूं. मेरे पति ने देश रक्षा में अपनी जान की कुर्वानी दे दी. यह मेरे लिए गर्व जरुर है. लेकिन मेरे पति की शहादत के बाद प्राथमिक विद्यालय टगुनिया का नाम शहीद मेरे पति के नाम के साथ जोड़ने का वादा भाजपा की उप्र सरकार में मंत्री रहे उपेन्द्र तिवारी ने किया था.

सांसद रविन्द्र कुशवाहा ने सैनिक कोटे से ग्रामीण गैस एजेन्सी दिलाने का वादा किया था और मुझे विशेष कोटे से आवास देने का भरोसा दिया गया था. किन्तु मेरे पति की पांचवीं पूण्य तिथि मनायी जा रही है, इसमें से कोई कार्य पूरा नही हुआ. इसे सरकार की तरफ से क्या मान लिया जाय, समझ में नहीं आता.

(बेल्थरा रोड संवाददाता उमेश गुप्ता की रिपोर्ट)

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