

बलिया। यश भारती से अलंकृत महात्मा गांधी विश्वविद्यालय काशी विद्यापीठ के पत्रकारिता विभाग के पूर्व निदेशक डॉ. राममोहन पाठक ने कहा है कि पत्रकारिता की पवित्रता को कायम रखना युवा पत्रकारों का दात्यिव है. वैश्विक स्तर पर भारतीय पत्रकारिता की साख को स्थापित करने के लिए आवश्यक है कि तेजी से बदल रहे पत्रकारिता के मापदंड पर हम भी खरा उतरें.
बापू भवन, टाउन हाल में बलिया हिन्दी प्रचारिणी सभा की ओर से आयोजित अभिनन्दन समारोह में डॉ. पाठक बृहस्पतिवार को बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित कर रहे थे. कहा कि आजादी से पूर्व भी पत्रकारिता मिशन थी और आज भी है. उन्होने पत्रकारिता क्षेत्र में पूंजी के प्रवेश को घातक बताया और कहा कि उससे पत्रकारिता की आत्मा मर जाएगी. इस मौके पर बलिया हिन्दी प्रचारिणी सभा की ओर से उन्हें स्मृतिचिन्ह व अंगवस्त्रम से सम्मानित किया गया. कार्यक्रम का शुभारम्भ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण व द्वीप प्रज्जवलन से हुआ. मुख्य अतिथि का सभा के अध्यक्ष ड़. रघुवंश मणि पाठक, राकेश कुमार, प्रमोद कुमार उपाध्याय, त्रिभुवन, केपी श्रीवास्तव आदि ने माल्यार्पण कर स्वागत किया. संचालन डॉ. शत्रुघ्न पाण्डेय ने किया.
