बैरिया (बलिया)। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सोनबरसा में एनएच 31 से हास्पिटल तक मात्र 300 मीटर के लगभग तक सड़क निर्माण की मांग को लेकर क्रमिक अनशन पर बैठे युवाओं ने दूसरे दिन शुक्रवार को लोगों के परामर्श पर एक मांग और जोड़ दी. अनशनकारियों से युवाओं व हास्पिटल आने वाली महिलाओं ने यहां महिला चिकित्सक की तैनाती की मांग भी करने का अनुरोध किया.
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साथ में उनके अभियान में कदम से कदम मिला कर चलने की घोषणा की. आन्दोलन के नेतृत्व कर रहे दुर्ग विजय सिंह झलन ने बताया कि सात-आठ साल से यहां कोई महिला चिकित्सक तैनात ही नहीं की गयी. यहां की महिलाओं को अपने इलाज के लिये या तो नीम हकीमों के चवक्कर में धन व जान दोनों गंवानी पड़ती है या बलिया-छपरा जाना पड़ता हैं. इस बाबत जनप्रतिनिधियों ने सात साल से सिर्फ आश्वासन दिए है. लोगों के सुझाव पर यह मांग भी हम अपने मांग के साथ जोड़ लिए.
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उधर इस आन्दोलन में दलगत भावना से अलग हट कर भाजपा नेता सुरेन्द्र सिंह, सपा नेता विनायक मौर्य, पीजी कालेज सुदिष्टपुरी के छात्र नेता धनन्जय सिंह, मुकेश यादव, नितेश सिंह, पीजी कालेज दुबेछपरा के छात्रनेता किशन ओझा, पाठक, शनि सिंह आदि अनशन स्थल पर पहुंचकर अनशनकारियों को उनकी मांग क्षेत्र के लिये अति आवश्यक व जनप्रतिनिधियों की उदासीनता बताते हुए आन्दोलन में हर सहयोग का आश्वासन दिया.
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उधर अनशन पर बैठे 30 घण्टा गुजरने के बावजूद भी समाचार लिखे जाने तक उनसे वार्ता करने कोई भी सम्बन्धित अधिकारी व जनप्रतिनिधि नहीं गये जिस बात को लेकर वहां उपस्थित जनों में आक्रोश है. उनका कहना था कि 2002 में इस सड़क के बनने के बाद कई बार इसकी रिपेयरिंग के नाम पर धन स्वीकृत कराकर बन्दर बांट किया गया है, अब उसका भी यहीं हिसाब किताब होगा. इस अवसर पर संस्कार सिंह विक्की, पंकज उपाध्याय निखिल, शैलेष सिंह चंदेल, अरविन्द सिंह, रंजन दुबे, हरीश पाण्डेय, सोनू सिंह, धनन्जय सिंह, अभिनव ओझा, रंजन सिंह बागी, हरिकेष सिंह, अजीत गोंड, अभय पाण्डेय, मनू यादव, धीरज गुप्त, ज्ञानेन्द्र उपाध्याय, मिश्र, प्रकाष मौर्य सहित दर्जनों युवा रहे. जबकि हास्पीटल पर आने वाले मरीज व क्षेत्र के गांव गांव से आने वाले युवा इस आन्दोलन का समर्थन कर रहे हैं.
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